बंगाल महिला टी-20 ब्लास्ट लीग में लगी खिलाड़ियों की लाइन लेकिन गांगुली को नहीं मिल रहे हैं IPL के लिए खिलाड़ी
हर साल आईपीएल के दौरान महिला चैंलेंजर्स ट्रॉफी का आयोजन किया जाता है।
अद्यतन - फरवरी 4, 2022 2:09 अपराह्न
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) काफी समय से दुनिया की सबसे बड़ी टी-20 लीग रही है लेकिन पिछले कुछ वर्षों में टूर्नामेंट ने नई ऊंचाइयों को छुआ है। यह अब दुनिया की सबसे मूल्यवान खेल लीगों में से एक है। 2008 में अपनी स्थापना के बाद से, आईपीएल ने लोकप्रियता और ब्रांड वैल्यू दोनों के मामले में एक लंबा सफर तय किया है।
वैश्विक महामारी के बावजूद पिछले दो-तीन वर्षों में टूर्नामेंट ने जो अपार प्रगति की है, उसका श्रेय सौरव गांगुली के नेतृत्व वाली वर्तमान बीसीसीआई को जाता है। गांगुली के कार्यकाल में जहां पुरुष क्रिकेट एक नए स्तर पर पहुंच गया है, वहीं उनकी सबसे बड़ी आलोचना यह है कि उन्होंने महिला क्रिकेट के लिए कुछ नहीं किया।
कई सालों से, प्रशंसक और खिलाड़ी बीसीसीआई से महिला आईपीएल शुरू करने के लिए कह रहे हैं लेकिन इस शासन ने उस पर आंखें मूंद ली है। वो अपने खजाने को भरने में अधिक रुचि रखते हैं और महिलाओं के खेल को बढ़ावा देना उनकी प्राथमिकता सूची में सबसे अंत में आता है।
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसे देशों ने दिखाया कि एक पूर्ण महिला लीग का आयोजन करना संभव था। लेकिन हमारा क्रिकेट बोर्ड अभी भी ‘द वूमेन टी-20 चैलेंज’ पर अटका हुआ है जोकि तीन टीमों की एक छोटी प्रतियोगिता है। जब यह आयोजन 2018 में शुरू हुआ, तो ज्यादातर लोगों ने सोचा कि यह सही दिशा में एक कदम है और इसे एक पूर्ण महिला लीग में बदलते हुए देखने की उम्मीद है।
हाल ही में सौरव गांगुली ने महिला IPL को लेकर दिया था बचकाना बयान
हाल ही में जब सौरव गांगुली से महिला आईपीएल को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा था कि, “वह महिला आईपीएल के बारे में सोच रहे हैं लेकिन अभी इसे लेकर कुछ फाइनल नहीं हुआ है। उम्मीद है कि भविष्य में महिला खिलाड़ियों की संख्या [खिलाड़ी पूल] बढ़ने के बाद हम एक बड़े महिला आईपीएल की मेजबानी कर पाएंगे।”
बता दें कि, बंगाल पहली बार महिला खिलाड़ियों के टी-20 ब्लास्ट लीग का आयोजन कर रही है। इस लीग के लिए अलग-अलग उम्र के 90 खिलाड़ियों ने अपना नाम रजिस्टर कराया है इन खिलाड़ियों को छह टीमों में बांटा जाएगा और इसके लिए ईडन गार्डन्स में तैयारी भी चल रही है। इस खबर के बाद सौरव गांगुली के उस बयान पर सवाल उठ रहे हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि महिला आईपीएल का आयोजन तब होगा जब महिला खिलाड़ियों की संख्या बढ़ेगी।