5 ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी जिन्होंने डेब्यू IPL मैच में ठोकी हाफ सेंचुरी
गौतम गंभीर भी हुए ब्रॉडकास्टर्स से गुस्सा, जमकर की पूर्व खिलाड़ी ने आलोचना
गौतम गंभीर के मुताबिक यह जरूरी नहीं है कि आप कितना अच्छा खेले बल्कि आपकी उपलब्धियों को पहचानना ज्यादा जरूरी है।
अद्यतन - दिसम्बर 10, 2023 4:44 अपराह्न
पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने हाल ही में क्रिकेट खिलाड़ियों की मान्यता को लेकर अपना पक्ष रखा है। उन्होंने इसको लेकर एक उदाहरण भी दिया कि 2011 वर्ल्ड कप में कुछ खिलाड़ी हीरो बन गए जबकि कुछ खिलाड़ियों को वो पहचान नहीं मिली जिनके वो हकदार थे।
गौतम गंभीर के मुताबिक 2011 वनडे वर्ल्ड कप में युवराज सिंह ने भारतीय टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी लेकिन उन्हें ज्यादा क्रेडिट नहीं मिला। गौतम गंभीर के मुताबिक यह जरूरी नहीं है कि आप कितना अच्छा खेले बल्कि आपकी उपलब्धियों को पहचानना ज्यादा जरूरी है।
ANI पॉडकास्ट पर स्मिता प्रकाश से बात करते हुए गौतम गंभीर ने कहा कि, ‘अगर आज मेरे पास कोई मशीन है और मैं दो लोगों को चलाता हूं जिसमें पहले इंसान को मैं दो घंटा और 50 मिनट दिखाता हूं और दूसरे को सिर्फ 10 मिनट देता हूं तो जिस बंदे को 2 घंटे और 50 मिनट दिखाया होगा वो ब्रांड बन जाएगा। आपको पता है कि युवराज सिंह को 2011 में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट अवार्ड दिया गया था लेकिन उनके बारे में कितने लोग बात करते हैं?
ऐसा इसलिए क्योंकि उनके पास अच्छी PR एजेंसी नहीं थी। शब्द Underrated कहना सही नहीं होगा। अगर आप एक इंसान को नहीं दिखाएंगे तो उन्हें भी और लोगों को भी उनके बारे में नहीं पता चलेगा और दूसरे को आप दिखाकर ब्रांड बना देंगे।’
ब्रॉडकास्टर कभी PR मशीनरी नहीं हो सकता: गौतम गंभीर
ब्रॉडकास्टर की आलोचना करते हुए गौतम गंभीर ने कहा कि, ‘ब्रॉडकास्टर कभी भी PR मशीनरी नहीं हो सकता। ब्रॉडकास्टर को सबके साथ सही होना चाहिए जो भी ड्रेसिंग रूम में बैठे हुए हैं। ऐसा हमेशा देखा गया है जिसको ज्यादा दिखाया जाएगा वो ब्रांड बन जाएगा जबकि दूसरे खिलाड़ी को लोग आसानी से भूल जाएंगे। यह बिल्कुल भी अच्छी बात नहीं है।
इस वर्ल्ड कप में एक अच्छी चीज हुई की बल्लेबाजों के साथ-साथ गेंदबाजों को भी उनकी पहचान मिली। मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज को उनकी कड़ी मेहनत के लिए जमकर तारीफ मिली।’
विशेष रुप से प्रदर्शित वीडियो