गौतम गंभीर ने बताया आखिर क्यों विराट कोहली IPL फेज-2 में बतौर ओपनर हुए इतने सफल?
बतौर ओपनर विराट कोहली ने इस आईपीएल सीजन में किया है बेहतरीन प्रदर्शन।
अद्यतन - अक्टूबर 6, 2021 3:08 अपराह्न
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के लिए आईपीएल 2021 का सीजन काफी शानदार रहा है। चेन्नई और दिल्ली के बाद RCB भी इस साल प्लेऑफ में अपनी जगह पक्की कर चुकी है और खिताब जीतने की प्रबल दावेदार माने जा रही है। दूसरे फेज में शुरुआती कुछ मुकाबले हारने के बाद बैंगलोर ने जबरदस्त वापसी की।
कोहली एंड कंपनी ने उसके बाद एक के बाद एक लगातार मैच जीतकर प्लेऑफ में अपनी जगह पक्की की। RCB के इस सीजन में प्रदर्शन और विराट कोहली की दूसरे फेज में बल्लेबाजी को लेकर पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
जब गंभीर से एक इंटरव्यू के दौरान पूछा गया कि ऐसी क्या चीज है जिसने इस आईपीएल में कोहली को ओपनिंग करने के लिए मजबूर किया। तो इस पर गंभीर ने जवाब दिया कि “ये पिच पर निर्भर करता है। RCB के पास मैक्सवेल और एबी डिविलियर्स जैसे खिलाड़ी हैं जो बीच के ओवरों में तेजी से रन बना सकते हैं इसलिए विराट कोहली को लगा कि पारी के दूसरे भाग में वो एंकर की भूमिका निभा सकते हैं।”
बतौर ओपनर क्यों सफल हुए विराट कोहली ?
ओपनिंग करते हुए विराट कोहली ने इस फेज में पावरप्ले के दौरान 110 रन बनाए हैं, वहीं बीच के ओवरों में वह मात्र 49 रन ही बना सके हैं और काफी संघर्ष करते हुए दिखे हैं। इसको लेकर गंभीर ने कहा कि “बतौर ओपनर वो पहले छह ओवरों का अच्छे से इस्तेमाल करते हैं, जिससे उनको रन बनाने में काफी आसानी होती है। साथ ही टीम को लय भी मिलती है जिसके बाद दूसरा खिलाड़ी अंत तक टीम के लिए तेजी से रन बना सकता है।”
कोहली के पास डिविलियर्स और मैक्सवेल जैसी हिटिंग पावर नहीं है
गंभीर का ये भी मानना है कि विराट कोहली का स्वाभाविक अंदाज पूरी पारी में खेलने का है। उन्होंने कहा, “अगर वो अपने स्वाभाविक खेल से हटकर खेलेंगे तो उनके लिए चीजें काफी मुश्किल हो सकती हैं क्योंकि उनके पास डिविलियर्स, मैक्सवेल जैसा बड़े शॉट खेलने की ताकत नहीं है। आप कोहली से एक सीजन में 600 रन बनाने की उम्मीद कर सकते हैं लेकिन आप एक सीजन में मैक्सवेल से 500 रन बनाने की अपेक्षा नहीं कर सकते।”