बर्थडे स्पेशल: वो दिन जब राहुल द्रविड़ को अहसास हुआ कि वह “हॉकी” के लिए नहीं “ क्रिकेट” के लिए पैदा हुए हैं!!
अद्यतन - Jan 11, 2019 10:39 am

राहुल द्रविड़ टीम इंडिया का एक ऐसा सितारा जिसकी चमक उसके टीम में नहीं होने के बाद भी बरक़रार है। आज भी कई ऐसे क्रिकेट प्रशंसक हैं। जिन्हें यह कहने में ज़रा भी गुरेज़ नहीं कि उन्होंने अपने बचपन में क्रिकेट देखना सिर्फ राहुल द्रविड़ की वजह से शुरु किया था। कुछ इस तरह की दीवानगी है राहुल द्रविड़ के लिए लोगों की। जो आज तक क़ायम है।
बर्थडे स्पेशल में जानते हैं राहुल द्रविड़ की ज़िंदगी से जुड़े अहम किस्सों के बारे में।
बचपन में खेलते थे हॉकी
11 जनवरी साल 1973 मध्यप्रदेश के इंदौर में राहुल द्रविड़ का जन्म हुआ। पूरा नाम हैं राहुल शरद द्रविड़। जी हां, बचपन खेल के मैदान के आसपास बीता।
बचपन में हॉकी और क्रिकेट दोनों एक साथ खेलना शुरु कर दिया। दिलचस्पी थी हॉकी खेलने में। सेंटर हाफ पोजीशन पर बेहतरीन हॉकी खेलते थे।
एक दिन कोच को लगा कि राहुल द्रविड़ को सेंटर हाफ से हटाकर राइट हाफ पर खिलाना चाहिए। कोच ने उस दिन हॉकी के मैदान पर उस दुबले पतले लड़के की खेल पोजीशन को चेंज कर दिया।
इस दिन राहुल द्रविड़ को अहसास हो गया कि वह हॉकी के लिए नहीं बस क्रिकेट खेलने के लिए पैदा हुए हैं।
क्रिकेट के मैदान में बेहतरीन रिकॉर्ड
अगर टेस्ट मैच में कोई गेंदबाज़ किसी भारतीय बल्लेबाज़ को आउट करने की दुआ मैदान पर मांगता रहता था तो वह थे बल्लेबाज़ राहुल द्रविड़।
राहुल द्रविड़ अगर क्रीज़ पर सेट हो गए तो सबसे ज़्यादा परेशानी का सबब तेज़ गेंदबाज़ों के लिए बनते थे।
हॉकी छोड़ जब यह लड़का क्रिकेट खेलने लगा था तो किसी ने नहीं सोचा था कि जब वह क्रिकेट से संन्यास लेंगे तो उनके नाम टेस्ट मैचों में 13288 और वनडे में 10,889 रन होंगे।