हार्दिक पांड्या और विजय शंकर को एक साथ वर्ल्ड कप टीम में खेलना इसलिए है ज़रूरी
अद्यतन - मार्च 20, 2019 10:43 पूर्वाह्न
भारतीय क्रिकेट टीम में हार्दिक पांड्या एक ऑलराउंडर खिलाड़ी के रूप में टीम में बड़ी भूमिका निभाते हैं। वे टीम को बैलेंस करते हैं और बल्लेबाज़ी, गेंदबाज़ी और फील्डिंग़ में बड़ी भूमिका निभाते हैं।
लेकिन टीम के एक अन्य ऑलराउंडर विजय शंकर से पांड्या को चुनौती मिली है। हालांकि विजय शंकर का दावा फिर भी पांड्या के सामने कमज़ोर है और अगर दोनों में से कोई एक खिलाड़ी वर्ल्ड कप तीम में शामिल होगा तो वह हार्दिक पांड्या ही होगा, लेकिन अगर विजय शंकर और पांड्या दोनों को एक साथ वर्ल्ड कप टीम में जगह दी जाए तो इसके कई फायदे भारतीय टीम को हो सकते हैं।
वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम के कॉम्बिनेशन पर कई तरह की राय सामने आ रही हैं। ऑलराउंडर खिलाड़ी विजय शंकर को वर्ल्ड कप टीम में शामिल करने की वकालत सभी क्रिकेट विशेषज्ञ कर रहे हैं।
विजय शंकर को मार्च 2018 में पहली बार भारतीय टीम में शामिल किया गया था और तब वे हार्दिक पांड्या के विकल्प के रूप में टीम में शामिल किए गए थे।
वर्ल्ड कप टीम में अगर विजय शंकर और हार्दिक पांड्या को एक साथ शामिल किया जाता है तो इसमें कोई हैरत नहीं होनी चाहिए। इन कारणों से विजय शंकर और हार्दिक पांड्या को एक साथ टीम में जगह देनी चाहिए।
दोनों हैं उपयोगी: विजय शंकर संकट के समय पारी को एंकर भी कर सकते हैं और समय आने पर वे करारे शॉट भी लगा सकते हैं। जबकि हार्दिक पांड्या अपनी हार्ड हिटिंग से मैच का नक्शा बदल सकते हैं। टीम में एक जैसी भूमिका होने के बावजूद दोनों की बल्लेबाज़ी शैली अलग अलग है।
दोनों ही अच्छे फील्डर हैं और हम देख चुके हैं कि दोनों ही फील्डिंग से रन बचाने की क्षमता रखते हैं।
इंग्लैंड की कंडिशन में सफल गेंदबाज़ : विजय शंकर और हार्दिक पांड्या इंग़्लैंड की कंडिशंस में बहुत ही उपयोगी गेंदबाज़ साबित हो सकते हैं। अगर ये दोनों इंग्लैंड में होने वाले वर्ल्ड कप में एक साथ टीम में शामिल होंगे तो यह बात टीम इंडिया के फेवर में जाएगी।