“मैंने बहुत सी असफलताएं देखी हैं, और…”, जोहान्सबर्ग में शतक के बाद संजू सैमसन हुए इमोशनल
संजू सैमसन ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ चौथे टी20 मैच में 56 गेंदों में 109 रन की नाबाद पारी खेली।
अद्यतन - नवम्बर 16, 2024 1:50 अपराह्न
भारतीय टीम ने जोहान्सबर्ग में साउथ अफ्रीका को टी20 सीरीज के आखिरी मैच में 135 रनों से मात देकर 3-1 से सीरीज पर कब्जा किया। संजू सैमसन जो इस सीरीज में ओपनर की भूमिका निभाते हुए नजर आए। सीरीज के पहले ही मैच में शतक लगाकर शानदार शुरुआत की थी, लेकिन अगले दो मैचों में डक पर आउट हुए। संजू ने फिर चौथे टी20 मैच में शतक लगाकर इतिहास रच दिया। वह एक कैलेंडर ईयर में तीन टी20 इंटरनेशनल शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं।
संजू सैमसन को अपने करियर में काफी संघर्षों का सामना करना पड़ा है। उन्होंने 2015 में जिम्बाब्वे के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था, लेकिन अब तक वह टीम में स्थायी रूप से जगह नहीं बना पाए हैं। साउथ अफ्रीका के खिलाफ चौथे टी20 मैच में अपनी पारी के बारे में बात करते हुए संजू काफी ज्यादा इमोशनल हो गए।
मैंने खुद पर विश्वास बनाए रखा- संजू सैमसन
संजू सैमसन ने शतकीय पारी के बाद ब्रॉडकास्टर्स के साथ बातचीत के दौरान कहा,
अभी यह बताना थोड़ा मुश्किल है क्योंकि मेरी सांसें बहुत तेज चल रही हैं। मैंने अपने जीवन में बहुत सी असफलताएं देखी हैं, दो शतक और फिर दो शून्य, मैंने खुद पर विश्वास बनाए रखा, कड़ी मेहनत करता रहा और आज यह सफल हुआ। कुछ असफलताओं के बाद मेरे दिमाग में बहुत सी बातें चल रही थीं, अभिषेक ने शुरुआत में मेरी मदद की और फिर तिलक ने भी।
तिलक भारतीय क्रिकेट का भविष्य हैं- सैमसन
साउथ अफ्रीका के खिलाफ चौथे टी20 मैच में संजू सैमसन और तिलक वर्मा के बीच दूसरे विकेट के 210* रनों की साझेदारी हुई। संजू ने 56 गेंदों में 109* रन और तिलक वर्मा ने 47 गेंदों में 120* रन की नाबाद पारी खेली। यह टी20 इंटरनेशनल में किसी भी विकेट के लिए भारत की ओर से सबसे बड़ी साझेदारी है। साथ ही टी20 इंटरनेशनल में फुल मेंबर्स टीम द्वारा किसी भी विकेट के लिए बनाई गई तीसरी सबसे बड़ी साझेदारी है। तिलक वर्मा के साथ साझेदारी को लेकर बात करते हुए संजू ने कहा,
मैंने उनके साथ कई साझेदारियां की हैं, वह बहुत युवा खिलाड़ी हैं और वह भारतीय क्रिकेट का भविष्य हैं और उनके साथ साझेदारी करना बहुत अच्छा है। मुझे ज्यादा बात करना पसंद नहीं है, पिछली बार जब मैंने बहुत ज्यादा बात की थी तो मैं दो बार शून्य पर आउट हो गया था, मैं इसे सिंपल रखना चाहता हूं और इस बात पर ध्यान देना चाहता हूं कि मैं क्या कर सकता हूं। [यही] हमारे कप्तान (सूर्यकुमार यादव) हमसे उम्मीद कर रहे थे, और हमें खुशी है कि हमने इसे पूरा किया।