सुब्रतो बनर्जी ने बताया कैसे जवागल श्रीनाथ ने पहली ही गेंद पर दिलीप वेंगसरकर को कर दिया था नाराज - क्रिकट्रैकर हिंदी

सुब्रतो बनर्जी ने बताया कैसे जवागल श्रीनाथ ने पहली ही गेंद पर दिलीप वेंगसरकर को कर दिया था नाराज

सुब्रतो बनर्जी ने खुलासा किया जवागल श्रीनाथ ने दिलीप वेंसरकर को अपनी खतरनाक गेंदबाजी से जमकर परेशान किया था।

Subroto Banerjee, Javagal Srinath and Dilip Vengsarkar (Image Source: Getty Images)
Subroto Banerjee, Javagal Srinath and Dilip Vengsarkar (Image Source: Getty Images)

पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुब्रतो बनर्जी ने खुलासा क्या कि कैसे जवागल श्रीनाथ ने खुद को भारतीय क्रिकेट से परिचित कराया था। श्रीनाथ भारत के साल 1990 के इंग्लैंड दौरे का हिस्सा थे और उन्होंने नेट सत्र में अपनी गति और गेंदबाजी कौशल से सभी को चौंका दिया था। हालांकि, उन्हें इंग्लैंड दौरे पर डेब्यू का मौका नहीं मिला, लेकिन अगले साल पाकिस्तान के खिलाफ वह डेब्यू करने में सफल रहे।

जवागल श्रीनाथ ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 67 टेस्ट मैचों में 236 विकेट और 229 वनडे में 315 विकेट लिए। इस बीच, सुब्रतो बनर्जी ने खुलासा किया कि इंग्लैंड दौरे से पहले नेट अभ्यास के दौरान श्रीनाथ ने पूर्व कप्तान दिलीप वेंसरकर को अपनी खतरनाक गेंदबाजी से जमकर परेशान किया था।

सुब्रतो बनर्जी ने जवागल श्रीनाथ द्वारा दिलीप वेंगसरकर को डाली पहली डिलीवरी की याद

उन्होंने बताया कि श्रीनाथ ने वेंगसरकर के खिलाफ पहली गेंद पर बाउंसर डाली, जिससे वह आश्चर्यचकित हो गए थे, लेकिन वे प्रशिक्षण सत्र में बाउंसर डालने के लिए उनसे नाराज भी हो गए थे। वेंगसरकर ने श्रीनाथ को नेट में बाउंसर नहीं डालने के लिए कहा और उन्होंने उनकी बात सुनी, लेकिन उन्होंने अगली गेंद पर एक परफेक्ट यॉर्कर फेंकी और उस डिलीवरी ने पूर्व कप्तान के पैर की उंगलियों को कुचल दिया।

सुब्रतो बनर्जी ने यूट्यूब शो ‘मिड विकेट टेल्स विद नसीरुद्दीन शाह’ पर कहा: “बिशन सिंह बेदी ने जवागल श्रीनाथ से पूछा, “क्या आप गेंदबाजी करने जा रहे हैं?” उन्होंने कहा, “हां सर”। मैंने पहली बार भारत में किसी गेंदबाज को इतनी तेज गेंदबाजी करते देखा था। उन्होंने बाउंसर फेंका। यह बाउंसर सीधा आया और वेंगसरकर के बल्ले के हैंडल पर लगा और बल्ला उड़ गया। वेंगसरकर बहुत नाराज हुए, क्योंकि यह केवल अभ्यास सत्र था और जवागल आते ही बाउंसर डालने लगे थे।

दिलीप वेंगसरकर तेज गेंदबाजी हमले के लिए तैयार नहीं थे, क्योंकि जवागल श्रीनाथ ने पहली ही गेंद बाउंसर डाल दी थी। जिसके बाद वेंगसरकर ने श्रीनाथ को बाउंसर नहीं डालने को कहा। लेकिन फिर दूसरी गेंद पर उन्होंने एक सीधी यॉर्कर फेंकी और यह सीधी जाती हुई वेंगसरकर के पैर की उंगलियों को कुचल गई।”

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