अगर दीपक चाहर इस सीजन में चोटिल ना हुए होते तो CSK का प्रदर्शन इतना निराशाजनक ना होता: रवि शास्त्री
दीपक चाहर को पीठ में चोट लगी थी जिसकी वजह से वो इस टूर्नामेंट से बाहर हो गए थे।
अद्यतन - मई 23, 2022 4:38 अपराह्न
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि अगर दीपक चाहर चोटिल ना हुए होते और इस सीजन में हिस्सा लिया होता तो चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) का प्रदर्शन इतना खराब ना रहा होता।
ESPN क्रिकइंफो पर बात करते हुए रवि शास्त्री ने कहा कि, दीपक चाहर के पास नई गेंद से विकेट लेने की कला है। उनके मुताबिक यह सीजन चाहर के लिए काफी बेहतरीन होता क्योंकि मुंबई की पिचों में गेंद को स्विंग होते हुए इस संस्करण में देखा गया है।
रवि शास्त्री के मुताबिक, CSK के लिए इस सीजन में सबसे बड़ी परेशानी थी, दीपक चाहर का ना खेलना। चाहर ऐसे गेंदबाज है जो आपको पॉवरप्ले में ही 1-2 विकेट निकालकर दे देते हैं। उन्होंने कहा कि, इन पिचों में चाहर बहुत विकेट लेते। इस संस्करण में तेज गेंदबाजों को शुरुआत में काफी स्विंग मिली है।
बता दें, चाहर को पीठ में चोट लगी थी जिसकी वजह से वो इस टूर्नामेंट से बाहर हो गए थे। वहीं CSK का प्रदर्शन भी इस सीजन काफी निराशाजनक रहा है। उन्होंने 14 मुकाबलों में सिर्फ 4 में जीत दर्ज की है।
युवा खिलाड़ियों को महेंद्र सिंह धोनी आगे भी मौका देंगे: रवि शास्त्री
रवि शास्त्री के मुताबिक, CSK टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी युवा खिलाड़ी जैसे मुकेश चौधरी, सिमरजीत सिंह और महेश तीक्षणा को अगले सीजन में भी मौका देंगे। उनकी माने तो अगर इन सभी युवा खिलाड़ियों को और मौका दिया जाता है तो उनका प्रदर्शन पहले से काफी बेहतर होगा।
हालांकि शास्त्री का मानना है कि फ्रेंचाइजी को अगले सीजन में एक अच्छे मिडिल ऑर्डर बैट्समैन और बेहतरीन तेज गेंदबाज को अपनी टीम में शामिल करना चाहिए जिससे टीम का बैलेंस और बेहतर हो जाए।
इस सीजन के अपने आखिरी लीग मुकाबले में धोनी ने हामी भरी है कि वो अगले सीजन भी चेन्नई सुपर किंग्स का नेतृत्व करेंगे जिसके बाद से सभी CSK प्रशंसक काफी खुश हैं। बता दें, इस सीजन की शुरुआत होने से पहले धोनी ने चेन्नई की कप्तानी छोड़ दी थी जिसके बाद ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को टीम का कप्तान नियुक्त किया गया था। लेकिन लगातार खराब प्रदर्शन के बाद जडेजा ने टीम की कप्तानी वापस धोनी को सौंप दी थी।