दिनेश कार्तिक पर अनाप-शनाप टिप्पणी गंभीर को पड़ी भारी; सुनील गावस्कर से सुननी पड़ रही है खरी-खोटी
क्या टीम इंडिया में खिलाड़ियों की प्रतिष्ठा और बड़े नाम को प्रदर्शन से ऊपर रखा जाता है?
अद्यतन - जून 18, 2022 12:43 अपराह्न
भारत के पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा कि दिनेश कार्तिक को आगामी टी-20 वर्ल्ड कप 2022 के लिए भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल करने का कोई मतलब नहीं बनता है अगर उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं दी जाती है। जिस पर पूर्व सलामी बल्लेबाज का कटाक्ष करते हुए भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा कि हम कौन होते हैं यह तय करने वाले की दिनेश कार्तिक को प्लेइंग इलेवन में जगह मिलेगी या नहीं।
उन्होंने यह भी कहा अनुभवी विकेटकीपर-बल्लेबाज एक ऐसे खिलाड़ी हैं, जिसे जनता भारत के लिए खेलते हुए देखना चाहती है। सुनील गावस्कर ने आश्चर्य जताया कि कैसे कोई किसी खिलाड़ी के खेलने और नहीं खेलने खलेने की संभावनाओं को तय कर सकता है।
दिनेश कार्तिक को लेकर सुनील गावस्कर ने गौतम गंभीर को लिया आड़े हाथों
महान बल्लेबाज ने जोर देकर कहा कि खिलाड़ियों को उनकी प्रतिष्ठा और बड़े नाम के आधार पर नहीं, बल्कि उनके फॉर्म के आधार पर चुना जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कार्तिक छठे या सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं, इसलिए उनसे नियमित रूप से अर्धशतक बनाने की उम्मीद नहीं की जानी चाहिए।
सुनील गावस्कर ने स्टार स्पोर्ट्स पर कहा: “मुझे पता है कि लोग बात कर रहे हैं कि जब दिनेश कार्तिक भारत की प्लेइंग इलेवन का हिस्सा होंगे ही नहीं, तो आप उन्हें टीम में कैसे शामिल कर सकते हैं। मुझे लोगो की ऐसी टिप्पणियों पर हैरानी होती है, और आप यह कैसे कह सकते हैं कि कार्तिक को प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं मिलेगा? वह एक ऐसा बल्लेबाज है जिसे भारतीय टीम और जनता टीम में देखना चाहेगी। आपको खिलाड़ियों के फॉर्म को देखकर चयन करना चाहिए, न कि बड़ा नाम और प्रतिष्ठा के अनुसार चुनाव करना चाहिए।
हम सभी को पता है कि दिनेश कार्तिक को ज्यादा मौके नहीं मिलते हैं, और जब भी उन्हें मौका दिया जाता है, वह छठे और सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं। इसलिए आप उनसे नियमित रूप से 50 रन बनाने की उम्मीद नहीं कर सकते। वह आपको 20 गेंदों में 40 का अच्छा स्कोर दिलाएगा और यही चीज वह लगातार कर रहा है। उनके इसी प्रदर्शन के कारण वह टी-20 वर्ल्ड कप 2022 के लिए टीम इंडिया में जगह बनाने के लिए प्रबल दावेदार हैं। मेरी राय है कि आप खिलाड़ी का रुतबा और उसकी उम्र मत देखो, उसका प्रदर्शन देखो, और फिर अपनी राय दो।”