सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में ऋतिक शौकीन ने रचा इतिहास; दिल्ली ने बीसीसीआई के नए नियम का उठाया फायदा - क्रिकट्रैकर हिंदी

सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में ऋतिक शौकीन ने रचा इतिहास; दिल्ली ने बीसीसीआई के नए नियम का उठाया फायदा

इम्पैक्ट प्लेयर नियम को अगले साल आईपीएल में भी पेश किया जा सकता है।

Hrithik Shokeen (Image Source: BCCI/IPL)
Hrithik Shokeen (Image Source: BCCI/IPL)

दिल्ली के ऋतिक शौकीन ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में पहले सब्स्टिट्यूड विकल्प बनकर जिन्हें “इम्पैक्ट प्लेयर” के रूप में जाना जाता है इतिहास रच दिया है। 22-वर्षीय ऑफ स्पिनर 11 अक्टूबर को जयपुरिया विद्यालय ग्राउंड में दिल्ली और मणिपुर के बीच खेले गए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी मैच के दौरान पहले इम्पैक्ट प्लेयर बने।

शौकिन को इस सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2022 मैच की दूसरी पारी की शुरुआत में एक इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में खेल में लाया गया था जब दिल्ली मणिपुर के खिलाफ एलीट ग्रुप बी मैच में 167 रनों का बचाव कर रही थी। दिल्ली ने अपनी गेंदबाजी पारी में हितेन दलाल की जगह शौकिन को अपनी प्लेइंग इलेवन में ले आए, और युवा ऑफ-स्पिनर ने तीन ओवरों में 13 रन गंवाते हुए दो विकेट चटकाए और दिल्ली को मणिपुर को 20 ओवरों में सात विकेट पर 96 रनों पर समेटने में मदद की।

इस तरह दिल्ली ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2022 ग्रुप बी मैच में मणिपुर पर 71 रनों की जीत दर्ज की और टूर्नामेंट में अपने अभियान की विजयी शुरुआत की। इससे पहले, दिल्ली के सलामी बल्लेबाज हितेन दलाल ने पहली पारी में शानदार बल्लेबाजी करते हुए 27 गेंदों में 7 चौके और 1 छक्के की मदद से 47 रनों की पारी खेली थी, और अपनी टीम को 20 ओवरों में मणिपुर के खिलाफ 167 रनों का लक्ष्य खड़ा करने में मदद की थी। जिसके बाद दिल्ली ने बीसीसीआई के नए नियम का फायदा उठाते हुए मणिपुर को 96 रनों पर समेत दिया, और यह मैच 71 रनों से जीत लिया।

इम्पैक्ट प्लेयर सिस्टम क्या है?

इस साल की शुरुआत में बीसीसीआई ने सैयद मुश्ताक अली टी-20 ट्रॉफी में इम्पैक्ट प्लेयर नियम को आईपीएल के लिए ट्रायल के तौर पर पेश किया था। अगर बीसीसीआई को इस नियम को लेकर खिलाड़ियों और कोचों से पॉजिटिव प्रतिक्रिया मिलती है, तो फिर इस नियम को अगले साल आईपीएल में भी पेश किया जा सकता है।

इम्पैक्ट-प्लेयर नियम के अनुसार, टीमों को टॉस के दौरान प्लेइंग इलेवन के साथ चार विकल्प सामने रखने होते हैं। इन चार खिलाड़ियों में से कोई एक पारी के 14वें ओवर की समाप्ति से पहले प्लेइंग इलेवन के किसी भी सदस्य की जगह ले सकता है, और वह अपने पूरे ओवर डालने और बल्लेबाजी करने में सक्षम होगा। इम्पैक्ट-प्लेयर की भूमिका पर कोई प्रतिबंध नहीं है, जरुरी नहीं है कि वह गेंदबाज की जगह आ रहा है तो गेंदबाज हो या फिर बल्लेबाज की जगह ले रहा है तो बल्लेबाज हो।

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