मुझे नहीं लगता कि वे एप्रोच में बदलाव करने जा रहे, इंग्लैंड के बैजबॉल रणनीति पर जेसन गिलेस्पी की दो टूक - क्रिकट्रैकर हिंदी

मुझे नहीं लगता कि वे एप्रोच में बदलाव करने जा रहे, इंग्लैंड के बैजबॉल रणनीति पर जेसन गिलेस्पी की दो टूक

लॉर्ड्स में खेले जा रहे दूसरे एशेज टेस्ट में इंग्लैंड की पहली पारी 325 रनों पर सिमट गई।

Ashes 2023 (Pic Source-Twitter)
Ashes 2023 (Pic Source-Twitter)

बेन स्टोक्स एंड कंपनी अपने बैजबॉल एप्रोच के कारण पिछले 12 महीनों में काफी सफल रही है। एशेज सीरीज शुरू होने से पहले भी इस बात की काफी चर्चा थी कि वे ऑस्ट्रेलियाई पेस अटैक के सामने क्या इसी एप्रोच के साथ खेलेंगे। लेकिन एजबेस्टन टेस्ट में मिली हार के बाद इंग्लैंड के ‘बैजबॉल’ एप्रोच को लेकर काफी सवाल उठे।

लॉर्ड्स में खेले जा रहे दूसरे एशेज टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 416 रन बनाए। वहीं इसके जवाब में दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक इंग्लैंड ने 4 विकेट के नुकसान पर 278 रन बना लिए थे, लेकिन तीसरे दिन पहले ही सेशन में इंग्लैंड ने अगले 47 रन बनाने में अपने 6 विकेट गंवा दिए।

पूरी टीम 325 रन पर ऑलआउट हो गई और ऑस्ट्रेलिया को 91 रनों की बढ़त मिल गई। अधिकतर इंग्लिश बल्लेबाजों ने अपने विकेट फेंक दिए और इस कारण से बैजबॉल एप्रोच की कड़ी आलोचना हुई।

इस बीच ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज जेसन गिलेस्पी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उनका मानना है कि इंग्लैंड शायद अपनी शैली में बदलाव नहीं करेगा, लेकिन उन्होंने पहले टेस्ट की दूसरी पारी के दौरान बेन स्टोक्स को प्लान ‘बी’ का सहारा लेते देखा। इंग्लैंड के कप्तान काफी सावधानी से खेल रहे थे, खासकर नाथन लियोन के खिलाफ।

उन्होंने सिर्फ हर गेंद पर छक्का मारने की कोशिश नहीं की- जेसन गिलेस्पी

जेसन गिलेस्पी (Jason Gillespie) ने सोनी स्पोर्ट्स द्वारा आयोजित मीडिया इंटरेक्शन के दौरान कहा, मुझे नहीं लगता कि वे अपनी फिलॉसफी बदलने जा रहे हैं। मैंने पहले टेस्ट में प्लान बी की झलक देखी थी, जब दूसरी पारी में बेन स्टोक्स ने 30 अजीब रन बनाए (वास्तव में 43 रन) लेकिन वह कुछ समय के लिए तनाव में थे, खासकर नाथन लियोन के खिलाफ।

उन्होंने आगे कहा, मैं सिर्फ यह तर्क दूंगा कि वह प्लान ‘बी’ के साथ थे। उन्होंने सिर्फ हर गेंद पर छक्का मारने की कोशिश नहीं की। उन्होंने अच्छे तरीके से डिफेंड किया, लेकिन स्ट्राइक भी रोटेट किया। यहीं से बैजबॉल का विकास हो सकता है। अगर कोई गेंदबाज वास्तव में अच्छा स्पेल फेंकता है तो आप हर गेंद पर चौके और छक्के लगाने की कोशिश नहीं कर सकते। अगर आप ऐसा करते हैं, तो आउट हो जाएंगे।

बता दें कि दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड पर 91 रनों की बढ़त के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम ने टी ब्रेक तक 1 विकेट के नुकसान पर 81 रन बना लिए हैं। अब ऑस्ट्रेलिया की कुल बढ़त 172 रनों की हो गई है।

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