दो आईपीएल विंडो की मांग को लेकर एडम गिलक्रिस्ट बीसीसीआई से हुए नाराज
भारत को अन्य क्रिकेट बोर्डों और देशों को भी समृद्ध होने का मौका देना चाहिए!
अद्यतन - जुलाई 29, 2022 12:09 अपराह्न
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने पहले ही पुष्टि कर दी है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के लिए आईसीसी के अगले एफटीपी चक्र में ढाई महीने की विंडो उपलब्ध होगी और अब खबरें आ रही है कि आने वाले समय में आईपीएल (IPL) दो अलग-अलग विंडो में आयोजित किया जाएगा।
जिस पर ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज एडम गिलक्रिस्ट ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आईपीएल (IPL) अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगातार अपनी जड़े फैलाते जा रहा है, जिससे अन्य देशों की घरेलू लीग को नुकसान पहुंचना तय है, क्योंकि आईपीएल (IPL) पहले ही क्रिकेट जगत में सबसे शक्तिशाली और लोकप्रिय टी-20 टूर्नामेंट है।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज ने आगे कहा अगर आईपीएल (IPL) साल में दो बार आयोजित किया जाता है, तो इससे अन्य टी-20 लीगों और देशों को नुकसान पहुंचेगा और बीसीसीआई (BCCI) को उन लोगों के बारे में, और साथ ही अन्य क्रिकेट बोर्ड को भी आगे बढ़ने में मदद करने के बारे में सोचना चाहिए।
एडम गिलक्रिस्ट बीसीसीआई से हुए नाराज
एडम गिलक्रिस्ट ने क्रिकबज के हवाले से कहा: “मैं बस इतना जानना चाहता हूं कि क्या यह उचित होगा? मेरा मानना है कि अगर आईपीएल को दूसरी विंडो मिल जाती है, तो यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर और अधिक कब्जा करना शुरू कर देगा। इससे अन्य देशों के घरेलू टूर्नामेंटों को और नुकसान होगा, लेकिन भारत तब भी उन देशों को अपना बाजार मजबूत करने में मदद नहीं करेगा। मुझे नहीं लगता कि यह सभी देशों के विकास के बारे में है।”
ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ने आगे कहा, “मैं मानता हूं कि आईपीएल क्रिकेट के लिए अद्भुत रहा है, और मैंने भी छह सीजन खेले हैं, और मुझे यह टूर्नामेंट पसंद आया। मैं नहीं चाहता कि मुझे आईपीएल विरोधी करार दिया जाए। लेकिन भारतीय खिलाड़ी बिग बैश लीग में क्यों नहीं खेल रहे हैं, क्यों केवल कुछ लीग ही दुनिया के हर खिलाड़ी तक पहुंच बना पा रही हैं? मैं सच में इस बात पर प्रकाश डालना चाहता हूं कि मैंने आईपीएल में जो छह सीजन खेले, मुझे बहुत मजा आया और यह मेरे लिए शानदार अनुभव रहा। आईपीएल दुनिया की प्रमुख टी-20 प्रतियोगिता है, लेकिन भारत को अन्य क्रिकेट बोर्डों और देशों को भी समृद्ध होने का मौका देना चाहिए, जो बहुत महत्वपूर्ण है।”