साल 2001 में हरभजन सिंह के ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ स्पेल से रविचंद्रन अश्विन को मिली थी प्रेरणा - क्रिकट्रैकर हिंदी

साल 2001 में हरभजन सिंह के ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ स्पेल से रविचंद्रन अश्विन को मिली थी प्रेरणा

रवि अश्विन अब भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट हासिल करने के मामले में अनिल कुंबले और कपिल देव से पीछे हैं।

Ravi Ashwin and Harbhajan Singh. (Photo Source: PRAKASH SINGH/AFP via Getty Images)
Ravi Ashwin and Harbhajan Singh. (Photo Source: PRAKASH SINGH/AFP via Getty Images)

भारत और न्यूजीलैंड के बीच में 2 टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मैच जो कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में खेला गया वह ड्रॉ पर खत्म रहा। लेकिन इस मैच में दोनों ही टीमों की तरफ से कई शानदार प्रदर्शन भी देखने को मिली। इसी में एक नाम भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन का भी है। जिन्होंने कीवी टीम की दूसरी पारी में टॉम लेथम का विकेट हासिल करने के साथ एक नए मुकाम को छू लिया।

पहले टेस्ट मैच के आखिरी दिन के खेल के दौरान जब अश्विन ने कीवी ओपनिंग बल्लेबाज लेथम को बोल्ड किया उसके बाद वह भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट हासिल करने के मामले में तीसरे स्थान पर पहुंच गए। इस स्थान पर पहले हरभजन सिंह कायम थे, जिनके नाम पर 417 टेस्ट विकेट लेने का कारनामा दर्ज है। वहीं अब अश्विन इस लिस्ट में पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले और कपिल देव से पीछे हैं।

जहां अनिल कुंबले के नाम पर 617 टेस्ट विकेट दर्ज हैं, तो वहीं कपिल देव ने भी 434 टेस्ट विकेट हासिल किए हैं। वहीं इस उपलब्धि को हासिल करने के बाद अश्विन ने कहा कि यह मेरे लिए काफी गर्व की बात है। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि किस तरह से उनके आदर्श हरभजन सिंह ने उन्हें एक सफल ऑफ स्पिनर बनने की प्रेरणा दी।

रविचंद्रन अश्विन ने बीसीसीआई की तरफ से पोस्ट एक वीडियो के दौरान कहा कि, मैं अपने खेल का हर समय आनंद लेने की कोशिश करता हूं। मैं इस बात की चिंता नहीं करता कि कौन से नंबर को मैने पा लिया या तोड़ दिया है। यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मैं इस मुकाम तक पहुंचने में कामयाब रहा हूं। जिस समय हरभजन सिंह ने साल 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वह शानदार स्पेल टेस्ट मैच में डाला था उसके बाद ही मैने ऑफ स्पिनर बनने के बारे में सोचना शुरू किया था।

मैने हरभजन सिंह से काफी प्रेरणा ली है और इसी कारण मैं आज इस मुकाम तक पहुंचने में कामयाब हो सका हूं। साल 2001 में हुई बॉर्डन और गावस्कर ट्रॉफी के बाद ही मैने स्पिन गेंदबाजी को लेकर थोड़ी गंभीरता से लेना शुरू किया था।

यहां पर देखिए उस वीडियो को:

मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने भी की अश्विन की तारीफ

भारतीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने भी अश्विन की इस उपलब्धि को लेकर अपनी खुशी को व्यक्त करते हुए कहा कि 80 टेस्ट मैच में यह मुकाम हासिल करना आसान काम नहीं है। जिसमें द्रविड़ ने कहा कि, हरभजन एक शानदार गेंदबाज हैं, जिनके साथ मैने अपने क्रिकेट जीवन के दौरान काफी समय बिताया है।

हरभजन ने भारतीय टीम के लिए शानदार प्रदर्शन किया और अब अश्विन का सिर्फ 80 टेस्ट मैच में इस मुकाम को हासिल करना बेहद शानदार उपलब्धि कहा जा सकता है।अश्विन हमारे लिए एक मैच विनर खिलाड़ी हैं। यहां तक कि इस टेस्ट मैच में भी हम सभी ने देखा जब उन्होंने टीम को मैच में अपनी गेंदबाजी से वापस लेकर आने का काम किया।

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