‘बल्लेबाजी हमारे लिए चिंता का विषय रही है’- मुंबई इंडियंस को मिल रही लगातार हार पर जयवर्धने
इस सीजन ईशान किशन ने अब तक खेले गए आठ मैचों में 199 रन बनाए हैं
अद्यतन - अप्रैल 25, 2022 10:36 अपराह्न
मुंबई इंडियंस के मुख्य कोच महेला जयवर्धने ने ईशान किशन के प्रदर्शन पर अपनी राय साझा की और कहा कि वह जल्द ही युवा खिलाड़ी के साथ बातचीत करेंगे। उन्होंने कहा कि उन्होंने पहले बातचीत को सामने लाने की जरूरत महसूस नहीं की, लेकिन अब उसका समय आ गया है।
आईपीएल 2022 में लगातार आठ हार के बाद मुंबई इंडियंस अपने ‘पांच बार के चैंपियन’ के टैग को सही साबित करने में नाकाम रही है। उन्होंने अभी तक इस सीजन में अपना खाता नहीं खोला है, और ऐसा लगता है कि कोई अन्य टीम अब मुंबई के साथ मैच से नहीं डरती है। टीम और खिलाड़ियों के लिए यह सीजन काफी साधारण रहा है और वो अभी तक एकजुट होकर प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं।
इस साल का सबसे बड़ा झटका उन्हें ईशान किशन के रूप में मिला है, जिनको मुंबई ने मेगा ऑक्शन में 15.25 करोड़ रुपए में खरीदा था। लेकिन इस सीजन वो उस हिसाब से प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। ईशान किशन को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस में जयवर्धने ने कहा कि, “उन्होंने थोड़ा संघर्ष किया है, हमने उन्हें अपना स्वाभाविक खेल खेलने की आजादी दी है। मैंने अभी तक उनसे बात नहीं की है लेकिन, मैं उनसे जल्द ही बातचीत करूंगा।”
कोच जयवर्धने ने बल्लेबाजी में दिए बदलाव के संकेत
इस सीजन एक भी जीत दर्ज नहीं कर पाने के बाद मुंबई इंडियंस प्लेऑफ की दौड़ से बाहर होने वाली पहली टीम बन गई है। उनके दोनों सलामी बल्लेबाजों ने शुरुआती मैचों में बल्ले से अच्छी शुरुआत की, खासकर किशन ने अपने कौशल से सभी को प्रभावित किया और उन्होंने एक के बाद एक अर्धशतक जमाए। लेकिन हर गुजरते मैच के साथ उनका प्रदर्शन नीचे गिरते चला गया।
उन्होंने कहा कि, “मुझे बल्लेबाजों के प्रदर्शन की समीक्षा करने की जरूरत है। यह अब तक चिंता का विषय रहा है लेकिन यह एक वरिष्ठ समूह है इसलिए हमें आगे बढ़ते रहने की जरूरत है। हम जहां तक हो सके बल्लेबाजी इकाई को लगातार एक बनाए रखना चाहते हैं।”
जयवर्धने ने टीम की विफलता के लिए सिर्फ किशन को दोषी नहीं ठहराया, उन्होंने कहा कि पूरी बल्लेबाजी इकाई का प्रदर्शन चिंता का विषय है। टीम अपनी पारी को आगे बढ़ाने के लिए मध्यक्रम के एक या दो खिलाड़ियों पर निर्भर रही है, लेकिन अतिरिक्त दबाव के कारण वे ऐसा करने में विफल रहे।