जिम्बाब्वे के खिलाफ T20I सीरीज में अपमानजनक हार के बाद खालिद महमूद ने बांग्लादेश टीम की आलोचना की - क्रिकट्रैकर हिंदी

जिम्बाब्वे के खिलाफ T20I सीरीज में अपमानजनक हार के बाद खालिद महमूद ने बांग्लादेश टीम की आलोचना की

जिम्बाब्वे और बांग्लादेश के बीच 5 अगस्त से तीन मैचों की वनडे सीरीज खेली जाएगी।

Bangladesh Team Director Khaled Mahmud. (Photo Source: Twitter)
Bangladesh Team Director Khaled Mahmud. (Photo Source: Twitter)

बांग्लादेश क्रिकेट टीम के निदेशक खालिद महमूद ने जिम्बाब्वे के खिलाफ तीसरे और अंतिम टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में शर्मनाक हार के बाद अपनी टीम की जमकर आलोचना की है। पहले मैच में हार के बाद बांग्लादेश ने दूसरे T20I मैच में जीत के साथ शानदार वापसी की, लेकिन फिर उन्हें निर्णायक मैच में शिकस्त झेलनी पड़ी।

जिम्बाब्वे ने तीसरे और अंतिम टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में बांग्लादेश को 10 रनों से मात देकर तीन मैचों की घरेलू T20I सीरीज 2-1 से अपने नाम की, जिसे खालिद महमूद ने मेहमान टीम के लिए एक अपमानजनक हार बताया है।

जानिए मैच का हाल संक्षेप में

जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और रयान बर्ल (54) के शानदार अर्धशतक के बदौलत 20 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 156 रनों का स्कोर खड़ा किया। बांग्लादेश के लिए महेदी हसन और हसन महमूद ने दो-दो विकेट झटके।

जीत के लिए 157 रनों का पीछा करते हुए बांग्लादेश टीम 20 ओवरों में 146 रन बना पाई और उन्हें यह मैच 10 रन से गंवाना पड़ा। बांग्लादेश के लिए सर्वाधिक रन अफिफ होसैन (39) ने बनाए, जबकि विक्टर न्याउची और ब्रैड इवांस ने जिम्बाब्वे के लिए क्रमश: तीन और दो विकेट चटकाए।

खालिद महमूद ने प्रेस को बताया: “मैं बहुत निराश हूं। मुझे जिम्बाब्वे से हारने की उम्मीद नहीं थी। हम जिम्बाब्वे से कहीं बेहतर टीम हैं। मैं इस हार को अपमान कहूंगा। मैं बांग्लादेश की इस हार के लिए कोई बहाना नहीं दूंगा, क्योंकि हमें T20I सीरीज जीतनी चाहिए थी। इस सीरीज में हमारी हार हास्यजनक है।”

बांग्लादेश टीम के निदेशक ने आगे कहा: “जब आप 157 रन चेज कर रहे होते हैं, तो आप 90 या 110 की स्ट्राइक-रेट से बल्लेबाजी करके कोई भी मैच नहीं जीत सकते हैं। मुझे लगता है किसी न किसी बल्लेबाज को तो जिम्बाब्वे के गेंदबाजों पर हमला करना चाहिए था। आप लिटन दास से उम्मीद नहीं कर सकते कि वह हर मैच में रन बनाए। अफिफ होसैन हो या नजमुल हुसैन शांतो, मुझे कोई भी खिलाड़ी आक्रामक बल्लेबाजी करते नहीं नजर आए। यदि आप एक शार्ट गेंद पर छक्का नहीं लगा सकते, तो समस्या होनी ही है।”

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