‘मैं अश्विन और जडेजा को विदेशी पिचों पर एक साथ खेलते हुए देखना चाहता हूं’- पूर्व दिग्गज खिलाड़ी का बयान
मोहाली टेस्ट की पहली पारी में जडेजा ने 175 रन बनाए और एक विकेट भी हासिल किया।
अद्यतन - मार्च 5, 2022 9:53 अपराह्न

श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट मुकाबले में भारतीय टीम ने पहली पारी में शानदार प्रदर्शन करते हुए 574 रन बनाए। टीम इंडिया की तरफ से पहले दिन हनुमा विहारी और ऋषभ पंत ने शानदार अर्धशतकीय पारियां खेली। हनुमा विहारी ने मैदान पर समय बिताते हुए 128 गेंदों में 58 रन बनाए जबकि ऋषभ पंत ने 97 गेंदों में 9 चौकों और 4 छक्कों की मदद से 96 रनों की शानदार पारी खेली।
उसके बाद बल्लेबाजी करने आए भारतीय टीम के स्टार आलराउंडर रवींद्र जडेजा और आर अश्विन ने दूसरे दिन मेहमान टीम के गेंदबाजों को एक-एक विकेट के लिए तरसाया। जडेजा ने 17 चौकों और 3 छक्कों के साथ 228 गेंदों में 175 रनों की अविश्वनसीय पारी खेली वहीं दूसरी तरफ ऑफ स्पिनर अश्विन ने भी 61 रनों की अर्धशतकीय पारी खेलकर सभी को प्रभावित किया।
इस बीच पूर्व भारतीय बल्लेबाज गौतम गंभीर ने दोनों खिलाड़ियों के प्रभावशाली प्रदर्शन को देखने के बाद प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह जडेजा और अश्विन को विदेशी सीरीज में भी साथ खेलते देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा की दोनों ऐसे गेंदबाज हैं जो बल्लेबाजी भी कर सकते हैं।
“एक टेस्ट मैच जीतने के लिए आपको 20 विकेट लेने की जरूरत है”- गौतम गंभीर
पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत में कहा कि, “एक टेस्ट मैच जीतने के लिए आपको 20 विकेट लेने की जरूरत है। टेस्ट क्रिकेट केवल पहली पारी का खेल नहीं है और आप जहां भी जाते हैं, वहां टेस्ट मैच की तीसरी और चौथी पारी में गेंद घूमने लगता है।”
उन्होंने आगे कहा कि, “मैं अश्विन और जडेजा को विदेशी पिचों पर एक साथ खेलते देखना चाहता हूं, चाहे वह दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड या इंग्लैंड हो। हम कई बार कहते हैं कि दो स्पिनर एक साथ नहीं खेल सकते हैं, लेकिन अगर आपके पास ऐसे दो स्पिनर हैं जो बल्लेबाजी भी कर सकते हैं तो उनके एक साथ खेलने से आपको कोई दिक्कत नहीं होगी।”
गौतम गंभीर ने अश्विन को लेकर कहा कि, “आर अश्विन ने दक्षिण अफ्रीका के पिछले दौरे पर मुझे थोड़ा निराश किया क्योंकि उसके पास जो अनुभव है और वह जिस तरह का गेंदबाज है, मैं उन्हें उसी आक्रामक मानसिकता के साथ गेंदबाजी करते देखना चाहता हूं। हमने अश्विन के दो प्रकार देखे हैं, मेलबर्न में जो उन्होंने गेंदबाजी की, वह एक ऑफ स्पिनर का सबसे अच्छा स्पैल था लेकिन दक्षिण अफ्रीका में उन्होंने बेहद रक्षात्मक सोच के साथ गेंदबाजी की।”