अंपायर रूडी कर्टजन के निधन पर ICC ने शोक जताया
रूडी अपनी पीढ़ी के सर्वश्रेष्ठ अंपायरों में से एक थे और कोई भी ऐसा खिलाड़ी नहीं था जो उनका सम्मान ना करता हो- ICC के मुख्य कार्यकारी ज्यौफ अलार्डिस
अद्यतन - Aug 10, 2022 12:44 pm

ICC एलीट पैनल के अंपायरों के सदस्य दक्षिण अफ्रीका के रूडी कर्टजन का 9 अगस्त को एक कार दुर्घटना में निधन हो गया। वो 73 साल के थे। उन्होंने दिसंबर 1992 से जुलाई 2010 तक 108 टेस्ट मुकाबले 209 वनडे, 14 टी-20 और 1 महिला टी-20 मुकाबले में अंपायरिंग की।
इसी के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने उनके निधन पर शोक जताया है। ICC के मुख्य कार्यकारी ज्यौफ अलार्डिस ने उन्हें एक बेहद पेशेवर अंपायर बताया, जिन्हें सभी सहकर्मी और खिलाड़ी बहुत ही मानते थे और उनका सम्मान करते थे।
ICC के मुख्य कार्यकारी ज्यौफ अलार्डिस ने कहा कि, ‘रूडी अपनी पीढ़ी के सर्वश्रेष्ठ अंपायरों में से एक थे और कोई भी ऐसा खिलाड़ी नहीं था जो उनका सम्मान ना करता हो। उन्होंने लगभग दो दशकों तक अंतरराष्ट्रीय खेलों में अंपायरिंग की और ऐसे बहुत से बड़े मुकाबले रहे जिसमें ICC ने उनपर अंपायरिंग करने का भरोसा जताया।
रूडी हमेशा अपने दोस्तों और साथियों के बीच में बहुत लोकप्रिय रहे। वह हमेशा सभी लोगों की मदद करने के लिए तैयार रहते थे। आने वाले सालों में क्रिकेट में उनके योगदान को याद किया जाएगा। उनसे अच्छा अंपायर शायद ही हमें फिर से मिल पाए। उनके निधन पर हम उनके परिवार और दोस्तों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं।
पाकिस्तान के दिग्गज अंपायर अलीम डार ने भी रूडी की मौत पर जताया शोक
बता दें, हादसे के दौरान कार की आमने-सामने टक्कर हुई जिसमें तीन अन्य लोगों की भी मौत हो गई। उन्होंने कई अहम मुकाबलों में अंपायरिंग करते हुए बेहतरीन फैसले लिए। वो इंग्लैंड के डेविड शेफर्ड के बाद दूसरे अंपायर बन गए थे जिन्होंने 150 से ज्यादा मुकाबला वनडे मुकाबलों में अंपायरिंग की थी और बकनर के बाद दूसरे अंपायर जिन्होंने 100 टेस्ट मुकाबलों में अंपायरिंग की थी।
पाकिस्तान के दिग्गज अंपायर अलीम डार ने भी रूडी की मौत पर शोक जताया है। उन्होंने कहा कि, ‘उनके निधन से हम सभी को गहरा झटका लगा है। मेरी संवेदना उनके परिवार और दोस्तों के साथ है। मैंने उनके साथ कई मुकाबलों में अंपायरिंग की है। वो ना ही केवल एक शानदार अंपायर थे बल्कि एक अच्छे व्यक्ति भी थे। उन्होंने कई लोगों की मदद की है। जिस तरह का उनका स्वभाव था खिलाड़ी भी उनका सम्मान करते थे।’