ICC ने अंपायर जतिन कश्यप पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप, 14 दिनों में मांगा जवाब
ICC ने अपने बयान में कहा कि साल 2022 में खेले गए अंतरराष्ट्रीय मैचों की चल रही जांच के दौरान जतिन कश्यप पर लगे आरोप साबित हुए हैं।
अद्यतन - मई 22, 2023 3:51 अपराह्न
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने अंपायर जतिन कश्यप पर ICC भ्रष्टाचार रोधी संहिता के दो उल्लंघनों का आरोप लगाया है। क्रिकेट के शासी निकाय द्वारा कश्यप पर लगाए गए आरोप 2022 में अंतरराष्ट्रीय मैचों की जांच के बाद आए हैं। यही नहीं जतिन कश्यप से 14 दिनों के अंदर इसका जवाब भी मांगा है।
ICC के मुताबिक, कश्यप पर कोड के अनुच्छेद 2.4.6 के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है, जो संभावित भ्रष्टाचार के संबंध में एंटी करप्शन यूनिट (ACU) की जांच में सहयोग करने के लिए विफलता या इनकार करने के लिए है। संहिता के तहत आचरण, जिसमें (बिना किसी सीमा के) ACU द्वारा अनुरोधित किसी भी जानकारी और/या दस्तावेजीकरण को जांच के लिए पूरी तरह से प्रदान करने में विफल होना शामिल है।
ICC ने आगे कहा कि कश्यप पर संहिता के अनुच्छेद 2.4.7 के उल्लंघन का भी आरोप लगाया गया है, जो संहिता के तहत संभावित भ्रष्ट आचरण के संबंध में ACU की जांच में बाधा डालने या देरी करने के बारे में है जिसमें छुपाना, छेड़छाड़ करना शामिल है। या किसी भी दस्तावेज या अन्य जानकारी को नष्ट करना जो उस जांच के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है और/या जो कि संहिता के तहत भ्रष्ट आचरण के साक्ष्य की खोज का सबूत हो सकता है।
बुरा फंस गए हैं अंपायर जतिन कश्यप
बता दें, अंपायर जतिन कश्यप को अब 14 दिनों में अपनी बेगुनाही को साबित करना होगा। अगर ऐसा नहीं होता है तो ICC उनको पूरी तरह से जिम्मेदार ठहरा सकते हैं और तब तक वो इसको लेकर किसी भी तरह के बयान नहीं दे सकते हैं। जतिन की समयसीमा 19 मई से शुरू हो चुकी है।
ICC ने अपने बयान में कहा कि साल 2022 में खेले गए अंतरराष्ट्रीय मैचों की चल रही जांच के दौरान जतिन कश्यप पर लगे आरोप साबित हुए हैं। हालांकि ICC ने 2022 के उन अंतरराष्ट्रीय मैचों को लेकर ज्यादा जानकारी नहीं दी, जिन्हें लेकर की जा रही जांच में अंपायर पर आरोप लगे।