भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया – किन बातों पर निर्भर करेगा सीरीज का परिणाम
अद्यतन - सितम्बर 17, 2017 9:06 अपराह्न
वनडे क्रिकेट में शायद वर्ष की सबसे बहुप्रतीक्षित सीरीज का वक़्त आ चुका है| कल से भारत और ऑस्ट्रेलिया 5 मैचों की श्रंखला का शंखनाद चेन्नई के चेपॉक मैदान से करेंगे| पिछली बार मेहमान टीम ने जॉर्ज बैले की अगुवाई में धोनी की सेना को कड़ी टक्कर दी थी लेकिन सीरीज नहीं जीत पाए|
कप्तान भी बदले हुए हैं इस बार और टीमों के तेवर भी| इसी वर्ष फरवरी मार्च में हुई टेस्ट श्रृंखला की रंजिश आपको यहाँ भी देखने को मिलेगी| चाहे कोहली यो या स्टीव स्मिथ, ये सामने से नेतृत्व करने वाले खिलाड़ी हैं| आइये नज़र डाल लेते हैं की इस मुकाबले में बाज़ी मोड़ने वाले खिलाड़ी कौन हो सकते हैं-
1. भारतीय फिरकी का जाल
अश्विन और जडेजा की गैरहाजिरी में भारतीय स्पिन की धार में ज़रा भी कमी नहीं आई है| हम ऐसा इसलिए नहीं कह रहे की श्री लंका के खिलाफ इसी अटैक से हमने 5-0 का क्लीन स्वीप किया था बल्कि इसकी वजह कुछ और है|
हमारे तीनों स्पिंनेरों (चहल, कुलदीप और अक्स़र) ने आईपीएल में लगभग उन सभी धुरंधरों को नचाया है जो ऑस्ट्रलियाई बल्लेबाज़ी क्रम को मजबूती देते हैं| और ये तिकड़ी कभी अटैकिंग क्रिकेट से घबराती नहीं, इसलिए यदि मेहमानों ने अति आत्मविश्वास में इन युवा स्पिंनेरों को हलके में लिया तो इसका खामियाजा करारी शिकस्त होगी|
2. वार्नर की लम्बी पारी
धमाकेदार ओपनिंग बल्लेबाज़ और आइसीसी रैंकिंग में विराट के बाद नंबर 2 के पायदान पर काबिज़ वार्नर पहली बार भारत के वनडे दौरे पर आ रहे हैं| अजीब लगता है लेकिन 2009 से टीम का हिस्सा होने के बावजूद वो कभी रंगीन जर्सी में भारत नहीं आये|
यदि वो तेजतर्रार 50 रन बनाकर आउट हो जाते हैं तो भारत ख़ुशी ख़ुशी इसे कबूल कर लेगा क्योंकि उनकी बल्लेबाज़ी में अनुभव की कमी है| देखना ये दिलचस्प होगा की यदि भारत 300 से अधिक का स्कोर खड़ा करता है तो वार्नर क्या भूमिका निभाते हैं उन्हें टीम की नैया पार लगाने के लिए लम्बी परियां खेलनी होंगी|
3. स्मिथ की कप्तानी और बल्लेबाज़ी
स्टीव स्मिथ की कप्तानी की एक परीक्षा इसी वर्ष भारत के साथ टेस्ट मैचों में हुई थी जिसमें ये कहना गलत नहीं होगा की उनके नंबर बेहतर नहीं थे| ठीक उसी प्रकार इस मुकाबले में स्मिथ को न सिर्फ खुद बल्ले से रन बरसाने होंगे बल्कि साथियों में ये ज़ज्बा भी भरना होगा की भारत घर में अजेय नहीं है|
छोटी सी चूक भी उन्हें भारी पड़ सकती है| एश्टन एगर और जैम्पा की जोड़ी का को किस तरह इस्तेमाल करते हैं बीच के ओवेर्स में ये रोचक होगा|
4. भारतीय पेस बैटरी
ये शायद इस दशक में भारत के बेहतरीन संयोजन में से एक है – भुवी, बुमराह, शमी और उमेश – आने वाले समय में इनकी दहशत गाथाएं आप खूब सुनेंगे| जो भी खेले ऑस्ट्रेलिया निश्चित रूप से इनपर प्रहार करेगी जैसा की पिछली सीरीज (2013) में हुआ था|
यदि ये ठीक ठाक इकॉनमी से भी गेंदबाजी करते हैं और शुरुआती विकेट निकाल देते हैं तो अपना काम कर जायेंगे| लेकिन डेथ ओवेर्स में भी सधी हुई गेंदबाजी सीरीज की दिशा तय करेगी|
5. पैट कम्मिंस और स्टोइनिस
ये नाम मैं क्यूँ ले रहा इसलिए की दोनों गेम चेंजर हैं| कम्मिंस अपनी रॉ पेस से चकमा देते हैं जबकि स्टोइनिस एक उभरते हुए आलराउंडर हैं?
इसी वर्ष के शुरुआत में उन्होंने न्यूज़ीलैण्ड के खिलाफ वनडे इतिहास की एक बेहतरीन पारी (146 रन) खेली थी| ये दोनों ही अपनी टीम में अहम् किरदार हैं और भारत यदि इन्हें काबू में रखने में कामयाब रहा तो सीरीज जीत पक्की|