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IND vs AFG 2024: दूसरे सुपर ओवर में रवि बिश्नोई को गेंद सौंपने के रोहित शर्मा के फैसले पर राहुल द्रविड़ ने चुप्पी तोड़ी
रवि बिश्नोई बेंगलुरु में टीम इंडिया के लिए हीरो बनकर उभरे।
अद्यतन - जनवरी 18, 2024 11:57 पूर्वाह्न
Afghanistan’s tour of India 2024, IND vs AFG: भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने 17 जनवरी को बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में तीसरे और अंतिम T20I मैच में अफगानिस्तान के खिलाफ डबल सुपर ओवर में रोमांचक जीत के बाद कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के रवि बिश्नोई (Ravi Bishnoi) को दूसरे सुपर ओवर में गेंद थमाने के फैसले की तारीफ की।
आपको बता दें, युवा लेग स्पिनर रवि बिश्नोई (Ravi Bishnoi) बेंगलुरु में टीम इंडिया के लिए हीरो बनकर उभरे, क्योंकि मेजबान टीम ने अंतिम T20I मैच में अफगानिस्तान के खिलाफ दूसरे सुपर ओवर में 10 रनों की जीत हासिल करते हुए 3-0 के अंतर से सीरीज अपने नाम की। बिश्नोई को रणनीतिक योजनाओं के चलते दूसरे सुपर ओवर में गेंदबाजी करने के लिए चुना गया, जो कि अवेश खान की तुलना में उनकी शैली के साथ ज्यादा मैच खाता था।
Ravi Bishnoi ने सुपर ओवर में किया कमाल
यह निर्णय डबल सुपर ओवर मैच में रवि बिश्नोई (Ravi Bishnoi) के पिछले अनुभव के अलावा, उनकी गेंदबाजी स्टाइल के कारण लिया गया था, जो बल्लेबाजी लाइनअप और बॉउंड्री के अनुकूल था। दो दाएं-हाथ के बल्लेबाजों और लेग साइड पर लंबी बाउंड्री का सामना करते हुए, रवि बिश्नोई ने स्टंप-टू-स्टंप लाइन बनाए रखने और गेंद को एक लेंथ से पीछे डालने पर फोकस किया। इस रणनीति ने बल्लेबाजों के लिए फ्रंटफुट पर आक्रामक शॉट खेलना कठिन बना दिया।
बिश्नोई ने दबाव में अफगान बल्लेबाज मोहम्मद नबी, करीम जनत और रहमानुल्लाह गुरबाज के सामने उनकी गेंदों पर बड़ा शॉट खेलने का कोई चारा नहीं छोड़ा। सुपर ओवर के खतरनाक दबाव के बावजूद, बिश्नोई ने अपने देश के लिए मैच जीतने और अफगानिस्तान के खिलाफ 12 रनों का बचाव बेहद शानदार अंदाज में किया, और राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) समेत सभी भारतीय फैंस का दिल जीत लिया।
बिश्नोई के कायल हुए Rahul Dravid
राहुल द्रविड़ ने क्रिकबज के हवाले से कहा: “मुझे लगता है कि रोहित ने अपने मन की आवाज सुनी और यह फैसला लिया। मुझे लगता है कि उन्हें लगा कि स्पिनर के पास वो दो विकेट लेने का बेहतर मौका था। यह उन मैचों में से एक था जब 11 शायद कोई बड़ा स्कोर नहीं था और आप जानते हैं कि अगर वे उन छह गेंदों पर अपनी ताकत के साथ बल्लेबाजी करते, तो शायद उन्हें 12 रन मिल ही जाते। आपको दो विकेट लेने की जरूरत थी, और बिश्नोई ने हमारे लिए काम कर दिया।”