क्या नो बॉल को लेकर हार्दिक पांड्या के बयान पर पलटवार कर रहे हैं कोच राहुल द्रविड़? - क्रिकट्रैकर हिंदी

क्या नो बॉल को लेकर हार्दिक पांड्या के बयान पर पलटवार कर रहे हैं कोच राहुल द्रविड़?

भारतीय गेंदबाजों ने श्रीलंका के खिलाफ दूसरे T20I में कुल 7 नो बॉल फेंके।

Rahul Dravid, Hardik Pandya and Arshdeep Singh (Image Source: BCCI)
Rahul Dravid, Hardik Pandya and Arshdeep Singh (Image Source: BCCI)

भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ श्रीलंका के खिलाफ दूसरे T20I में मेजबान टीम की 16 रनों की हार के बाद भारी आलोचना का शिकार हो रहे अर्शदीप सिंह और युवा तेज गेंदबाजों के सपोर्ट में सामने आए हैं। राहुल द्रविड़ ने सभी से युवा गेंदबाजों के साथ धैर्य रखने का आग्रह किया।

दरअसल, भारत और श्रीलंका के बीच 5 जनवरी को पुणे में खेले गए दूसरे T20I में अर्शदीप सिंह ने पांच नो बॉल डाली और अपने दो ओवरों में 37 रन गंवा बैठे, वहीं शिवम मावी, जिन्होंने पहले मैच में चार विकेट लिए थे, इस मैच में बुरी तरह फ्लॉप रहे, क्योंकि तेज गेंदबाज ने अपने चार ओवरों में 53 रन बहा दिए।

जबकि उमरान मलिक श्रीलंका के खिलाफ दूसरे T20I में तीन विकेट लेने में कामयाब रहे, लेकिन उन्होंने भी अपने चार ओवरों में 48 रन दिए, नतीजन श्रीलंका क्रिकेट टीम 20 ओवरों में 206 रन बनाने में कामयाब रही, वहीं भारत 190 रन बना पाया और ये मैच 16 रनों से गंवा बैठा।

भारत के युवा तेज गेंदबाजों को हमारा पूरा सपोर्ट हैं: राहुल द्रविड़

राहुल द्रविड़ ने पोस्ट-मैच प्रेस कांफ्रेंस में कहा: ‘कोई भी गेंदबाज कभी भी जानबूझकर नो बॉल नहीं फेंकता। वे खेल के किसी भी प्रारूप में वाइड (नो बॉल) नहीं फेंकना चाहते, खासकर T20I क्रिकेट में, क्योंकि इसका खामियाजा टीम को भुगतना पड़ सकता है। हमें इन युवा खिलाड़ियों के साथ धैर्य रखने की जरूरत है। हमारी टीम में काफी युवा खिलाड़ी खेल रहे हैं, खासकर हमारा गेंदबाजी अटैक युवाओं से लेस है। वे अभी काफी युवा हैं इसलिए कभी-कभी ऐसे मैचों का सामना होना जायज है।

हम सभी को उनके साथ धैर्य बनाए रखने और उन्हें समझने की जरूरत है। इसमें कोई शक नहीं हैं कि वे कड़ी मेहनत कर रहे हैं, और हम उनकी मदद करने की कोशिश करते रहेंगे। हमारी ओर से उन्हें तकनीकी रूप से पूरा सपोर्ट हैं। हम उनके कौशल का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में सक्षम होने के लिए उनके लिए सही माहौल बनाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सीखना आसान नहीं है, यह कठिन है, आपको काम करते हुए सीखना होता है। अच्छी बात यह है कि हमारा फोकस इस समय वनडे वर्ल्ड कप 2023 और आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप पर शिफ्ट हो गया हैं, इसलिए हमें इन युवाओं कम से कम T20I क्रिकेट में आजमाने का मौका मिल रहा है।

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