भारत – न्यूजीलैंड सीरीज में हावी रहे यह खिलाड़ी, देखिए दोनों टीमों की जबरदस्त प्लेइंग 11
अद्यतन - फरवरी 4, 2019 10:23 पूर्वाह्न

न्यूजीलैंड को उसके ही देश में हराना किसी भी टीम के लिए आसान नहीं होता। बहरहाल टीम इंडिया के आक्रामक खेल का न्यूजीलैंड के खिलाफ इस सीरीज में कोई जवाब नहीं था। भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 5 मैचों की वनडे सीरीज 4-1 से जीत ली।
यह पहला मौका है जब भारत ने न्यूजीलैंड में किसी सीरीज में 4 मैच जीते हो। इस सीरीज में दोनों ही टीमों की ओर से कुछ खिलाड़ियों ने जबरदस्त खेल दिखाया। हालांकि भारतीय खिलाड़ियों ने न्यूजीलैंड के प्लेयर्स की अपेक्षा एक टीम के रूप में ज्यादा बेहतर प्रदर्शन किया। इस सीरीज के बाद हमने प्रदर्शन के आधार पर दोनों टीमों के खिलाड़ियों की एक संयुक्त टीम बनाई है। इसमें हमें टीम संयोजन का भी पूरा ख्याल रखा है। आइए डालते हैं इस टीम पर एक नजर…
शिखर धवन : शिखर धवन भले ही सीरीज के आखिरी दो मैचों की बुरी तरह फ्लॉप रहे हो लेकिन पहले तीन मैचों में उन्होंने जबरदस्त बल्लेबाजी की थी। वे आराम से गेंद को ड्राइव कर रहे थे, टाइमिंग भी अच्छी थी और उन्होंने बड़े स्कोर भी बनाए। उन्होंने श्रंखला में 47 की औसत से 187 रन बनाए।
टॉम लैथम (विकेटकीपर) : टॉम लैथम, महेंद्र सिंह धोनी और दिनेश कार्तिक में से किसी एक विकेटकीपर को चुनना आसान नहीं था। इस टीम में लैथन का स्थान धोनी भी ले सकते थे लेकिन चोट ने उनका रास्ता रोक दिया। लैथम ने 4 मैचों में 33.25 के औसत से 133 रन बनाए। धवन और लैथम ही टीम की ओर से पारी की शुरुआत करेंगे।
विराट कोहली : टीम इंडिया के नियमित कप्तान विराट कोहली ही इस टीम कप्तानी करेंगे। पहले दो मैच में भले ही वे खास नहीं कर सके लेकिन तीसरे मैच में उन्होंने 60 रनों की जबरदस्त मैच विनिंग पारी खेली। उन्होंने 3 मैचों में 49 की औसत से 148 रन बनाए। उनकी कप्तानी में खेले गए तीनों मैच भारत ने जीते।

केन विलियमसन : न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन भले ही इस सीरीज में टीम की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके हो लेकिन उन्होंने 32.4 की औसत से 162 रन बनाए। वह सीरीज में टॉप 5 रन स्कोरर्स में शामिल रहे।
अंबाती रायडू : अंबाती रायडू पिछले कुछ समय से फ्लॉप चल रहे थे लेकिन टीम प्रबंधन ने नंबर 4 बार इस सीरीज में भी इसी बल्लेबाज पर भरोसा किया। पहले तीन मैचों में वह अच्छा खेले पर बड़ा स्कोर नहीं बना सके। 5वें और अंतिम मैच में 90 रनों की जबरदस्त पारी खेलकर उन्होंने सारी शिकायतें दूर कर दी। उन्होंने सीरीज में 63 की औसत से 190 रन बनाए।
रॉस टेलर : बेहतरीन फॉर्म में चल रहे रॉस टेलर के लिए यह सीरीज कुछ खास नहीं रही। हालांकि एक मैच में उन्होंने 93 रन बनाए लेकिन अन्य चार मैचों में वह 84 रन ही बना सके। उन्होंने सीरीजी में 44.25 की औसत से 177 रन बनाए। वह सीरीज में तीसरे टॉप परफॉर्मर रहे।
हार्दिक पांड्या : ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या नस्लीय टिप्पणी की वजह से निलंबित होने के बाद एक बार फिर टीम में जबरदस्त वापसी की। उन्होंने बैटिंग, बॉलिंग और फिल्डिंग तीनों ही क्षेत्रों में बेहतरीन प्रदर्शन किया। सीरीज के पांचवें मैच में छक्कों की बारिश करते हुए उन्होंने 22 गेंदों में 45 रन ठोंक डाले।
ट्रेट बोल्ट : ट्रेट बोल्ट सीरीज के पहले 3 मैचों में अपने कद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सके, लेकिन अंतिम दो मैचों में वह पूरे रंग में दिखाई दिए। चौथे मैच में उन्होंने करिश्माई गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट हासिल किए। पांचवें मैच में भी उन्होंने पहले ही स्पेल में 3 विकेट लेकर भारतीय बल्लेबाजों पर जबरदस्त दबाव बनाया। सीरीज में 12 विकेट लेकर वह गेंदबाजी में टॉप पर रहे।
कुलदीप यादव : चाइनामेन गेंदबाज कुलदीप यादव ने सीरीज के शुरुआती मैचों में जबरदस्त गेंदबाजी करते हुए किवी बल्लेबाजों को हैरान कर दिया। उन्होंने पहले दो मैचों में 4-4 विकेट हासिल किए। हालांकि बाद के मैचों में वह कुछ खास नहीं कर सके और 5वें मैच में उन्हें टीम ने आराम दे दिया।
मोहम्मद शमी : मोहम्मद शमी ने सीरीज में बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए मैन ऑफ द सीरीज का खिताब भी जीता। उन्हें जसप्रीत बुमराह के स्थान पर खेलने का मौका मिला और उन्होंने इसे भुनाते हुए सीरीज में 9 विकेट हासिल किए।
युजवेंद्र चहल : अगर पहले 2 मैचों में कुलदीप ने कमाल किया तो बाद के मैचों में किवी बल्लेबाजों पर युजवेंद्र चहल का खौफ दिखाई दिया। उन्होंने सीरीज में 5 मैच खेलकर 9 विकेट हासिल किए। वह विश्व कप में भी टीम इंडिया के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।