भारत और पाकिस्तान की प्रतिद्वंद्विता अपने आप में एक व्यापार बन गई है- गौतम गंभीर
भारत-पाकिस्तान मैच को राजस्व पैदा करने के लिए जीवित रखा गया है: गंभीर
अद्यतन - नवम्बर 14, 2021 8:31 अपराह्न
भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर का मानना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट प्रतिद्वंद्विता खुद एक व्यापार बन गई है। गंभीर ने इसके लिए ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की तुलना की है जो पड़ोसी हैं, लेकिन उनके अनुसार उनके बीच भारत-पाकिस्तान की तरह भयंकर प्रतिद्वंद्विता नहीं है। गंभीर की टिप्पणी टी-20 वर्ल्ड कप फाइनल से पहले आई है जिसमें ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड आमने-सामने होंगी।
भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर गौतम गंभीर ने क्या कहा?
गौतम गंभीर ने कहा, “ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच क्रिकेट प्रतिद्वंद्विता को ढूंढना मुश्किल है। भारत और पाकिस्तान की तरह वो भी पड़ोसी हैं। भारतीयों और पाकिस्तानियों की तरह ऑस्ट्रेलियाई और कीवी एक-दूसरे से हारने से नफरत करते हैं। किसी भी तरह से भारत और पाकिस्तान के बीच इतनी भयंकर प्रतिद्वंद्विता नहीं है जैसा लगता है। क्या आपने सोचा है क्यों? क्या वो क्रिकेट मैच के आधार पर अपने उत्पादों को बेचने के लिए एकतरफा विज्ञापन अभियान नहीं चलाते? यह प्रमुख हितधारकों का अर्थशास्त्र है।”
गंभीर ने आगे कहा, “ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की कुल जनसंख्या लगभग तीन करोड़ है, जबकि यहां हम पाकिस्तान में 22 करोड़ और भारत में लगभग 140 करोड़ लोग हैं। डेटाबेस ही उनके लिए सोने की अंडे देने वाली मुर्गी है। भले ही भारत और पाकिस्तान की 10 फीसदी आबादी भी मैच देखे तब भी हम ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की संयुक्त संख्या से पांच गुना ज्यादा बात कर रहे होते हैं।”
पूर्व सलामी बल्लेबाज ने आगे कहा कि, “फिर भारतीयों और पाकिस्तानियों की भावनाओं का भी एक छोटा सा मामला होता है। मैं यह सुझाव नहीं दे रहा हूं कि ऑस्ट्रेलियाई और कीवियों में दिल और भावना नहीं है। लेकिन हम यह नहीं कह सकते हैं, बैड लक या वेल प्लेड और मैच के बाद दोनों देशों के खिलाड़ी पोस्ट मैच ड्रिंक्स साथ में लें। केवल विराट कोहली ही नहीं, भारत के अधिकांश लोग अपना दिल हाथ में लेकर चलते हैं।”