2010 में जब IPL फिर से भारत में आयोजित किया गया था तब एक बार फिर फैंस के बीच में इस टूर्नामेंट को लेकर अलग उत्साह का माहौल था। दरअसल लोकसभा चुनाव की वजह से IPL 2009 दक्षिण अफ्रीका में खेला गया था। लेकिन अगली साल इस टूर्नामेंट का आयोजन फिर से भारत में किया गया। वहीं इसका विस्तार भी किया गया और ये पांच नए शहरों में खेला गया।
आईपीएल 2010 का खिताब चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) ने अपने नाम किया था। इसके अलावा उससे पहले ऑक्शन 19 जनवरी 2010 को हुआ था, जिसमें कुल 11 खिलाड़ी बिके थे। 97 खिलाड़ियों ने रजिस्टर किया था, जिसमें से 66 खिलाड़ी शॉर्टलिस्ट हुए थे। वेस्टइंडीज के कीरोन पोलार्ड और न्यूजीलैंड के शेन बॉन्ड उस सीजन सबसे महंगे प्लेयर थे।
इसके अलावा और भी कई चीजें हैं जो उस सीजन खास हुई थी। तो आइए हम आपको बताते हैं IPL 2010 में और क्या-क्या खास हुआ था।
सुरक्षा को लेकर हुआ था विवाद
दरअसल 17 अप्रैल 2010 को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और मुंबई इंडियंस के बीच मैच बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जाना था। जहां बम धमाके हुए, एक बम डिफ्यूज भी किया गया था। हालांकि उस दिन मैच निर्धारित समय से एक घंटे की देरी से शुरू हुआ, लेकिन उसी दिन उसी मैदान पर हुआ। इस वजह से आईपीएल के दोनों सेमीफाइनल को एम चिन्नास्वामी से शिफ्ट करके नवी मुंबई के डीवाय पाटिल स्टेडियम शिफ्ट कर दिया था।
जब रवींद्र जडेजा के IPL खेलने पर लगा था बैन
बात दरअसल साल 2010 की है. जब एक सीज़न के लिए रवींद्र जडेजा के आईपीएल खेलने पर बैन लगा था। 2010 में, IPL ने रवींद्र जडेजा पर एक सीजन के लिए बैन लगा दिया था क्योंकि उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के साथ अपने मौजूदा कॉन्ट्रेक्ट पर तो साइन किए नहीं थे और मुंबई के साथ एक नए कॉन्ट्रेक्ट पर बातचीत करने का प्रयास किया था। इसी वजह से रवींद्र जडेजा के खेलने पर बैन लगा था।
IPL 2010 Recap: में किसने जीता था ऑरेंज एंड पर्पल कैप?
IPL 2010 में सबसे ज्यादा रन मुंबई इंडियंस के बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने बनाए थे। उस सीजन सचिन के बल्ले से 618 रन निकले थे और वो ऑरेंज कैप विजेता थे। वहीं डेक्कन चार्जर्स के स्पिन गेंदबाज प्रज्ञान ओझा ने आईपीएल 2010 में सबसे ज्यादा विकेट लिए थे। ओझा ने उस सीजन 21 विकेट चटकाए थे और पर्पल कैप पर कब्जा जमाया था।
IPL 2010 Recap: लगातार चार मैच गंवाने के बाद CSK ने जीता था खिताब
IPL 2010 में चेन्नई ने अपने शुरुआती चार मुकाबले लगातार गंवाए थे। लगातार चार मैच हारने के बाद भी टीम ने सेमीफाइनल में जगह बनाई थी और फिर फाइनल में मुंबई को हराकर खिताब अपने नाम किया था। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपरकिंग्स टीम प्वॉइंट्स टेबल में तीसरे नंबर पर रहकर नॉकआउट में पहुंची थी। वहीं मुंबई इंडियंस टॉप पर था। फाइनल मैच इन दो टीमों के बीच खेला गया था, जहां सीएसके ने 22 रनों से जीत दर्ज की थी। सुरेश रैना ने फाइनल मैच में 35 गेंदों में नाबाद 57* रनों की पारी खेली थी।