भारत के युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज और दिल्ली कैपिटल्स (DC) के कप्तान ऋषभ पंतअक्सर कभी पॉजिटिव तो कभी नेगेटिव कारणों से चर्चा में बने ही रहते हैं। हालांकि, इस बार वह अपनी लापरवाह बैटिंग या विकेट के पीछे की चैं-चैं के कारण नहीं, बल्कि बाउंड्री के बाहर अपनी हरकत के कारण चर्चा में आ गए हैं।
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दरअसल, 22 अप्रैल को दिल्ली कैपिटल्स (DC) और राजस्थान रॉयल्स (RR) के बीच जारी आईपीएल 2022 (IPL 2022) के 34वें मैच में जीत के लिए 223 रनों का पीछा कर रही ऋषभ पंत की टीम को आखिरी 6 गेंदों पर 36 रन चाहिए थे। रोवमन पॉवेल ने अपने हमवतन ओबेद मैकॉय की पहली दो गेंदों पर जोरदार दो छक्के लगाए, और फिर तीसरी गेंद पर भी एक और छक्का लगाया, जिसे देखकर ऐसा दिल्ली कैपिटल्स (DC) असंभव को संभव कर देगी।
ऋषभ पंत की गर्मा-गर्मी पड़ी महंगी
लेकिन तभी, तीसरी गेंद पर विवाद हो गया, क्योंकि दिल्ली कैपिटल्स (DC) इसे नो-बॉल करार देते हुए फ्री हिट की मांग पर अड़ गई, क्योंकि यह रोवमन पॉवेल की कमर तक फुल टॉस गेंद थी। हालांकि, दिल्ली कैपिटल्स (DC) की मांग का कोई भी असर मैदानी अंपायरों पर नहीं पड़ा, फिर क्या था मैदान पर काफी देर गर्मा-गर्मी चली। फिर ऋषभ पंत अपने बल्लेबाजों को वापस बुलाने लगे और इसमें उनका साथ शार्दुल ठाकुर ने दिया और यहां तक कि टीम के सहायक कोच प्रवीण आमरे तो अंपायर से बहस करने मैदान पर चले गए।
खैर, दिल्ली कैपिटल्स (DC) को फ्री हिट तो नहीं मिली, लेकिन राजस्थान रॉयल्स (RR) के खिलाफ 15 रनों की शिकस्त के साथ प्रवीण आमरे और ऋषभ पंत पर 100 % मैच फीस का जुर्माना लगा, वहीं शार्दुल ठाकुर पर 50% मैच फीस का जुर्माना लगा। प्रवीण आमरे को एक मैच के लिए बैन भी किया गया।
इस नो-बॉल विवाद पर कई दिग्गजों ने अपनी-अपनी राय रखी और अब इस श्रेणा में दक्षिण अफ्रीका के पूर्व दिग्गज ग्रीम स्मिथ भी जुड़ गए है। उन्हें दिल्ली के मुख्य कोच रिकी पोंटिंग की कमी खली जो उनके परिवार के एक सदस्य के कोरोना संक्रमित होने के कारण टीम से जुड़ नहीं पाए थे।
ग्रीम स्मिथ ने ऋषभ पंत और प्रवीण आमरे को सुनाई खरी-खोटी
ग्रीम स्मिथ ने Cricket.com के हवाले से कहा: “अंतिम ओवर में 36 रन बनाना हमेशा नाटकीय होने वाला था। मैंने ओबेद मैकॉय के लिए महसूस किया और शायद इस नाटक ने उसे खुद को शांत करने के लिए थोड़ा सा समय दे दिया। लेकिन यह दिल्ली के तरफ से निराशाजनक व्यवहार था और मुझे युवा ऋषभ पंत के आसपास नेतृत्व की कमी लगी।”
उन्होंने आगे कहा: “रिकी पोंटिंग वहां नहीं थे और इस तरह बवाल करना सिर्फ और सिर्फ गलत निर्णय था। प्रवीण आमरे एक अनुभवी व्यक्ति हैं, और उन्हें इस मामले को और बेहतर तरीके से देखना चाहिए था। दिल्ली कैपिटल्स के तरफ से भी थोड़ी मायूसी थी और इसका नतीजा उनके लिए बड़ा होने वाला है।”