GT vs LSG: लखनऊ के खिलाफ 94 रनों की पारी खेलने पर शुभमन गिल से खुश नहीं हैं साइमन डूल, कह दी ये बड़ी बात  - क्रिकट्रैकर हिंदी

GT vs LSG: लखनऊ के खिलाफ 94 रनों की पारी खेलने पर शुभमन गिल से खुश नहीं हैं साइमन डूल, कह दी ये बड़ी बात 

गिल की इस पारी की बदौलत गुजरात ने मैच में 56 रनों से बड़ी जीत दर्ज की 

Simon Doull and Shubman Gill (Image Credit- Twitter)
Simon Doull and Shubman Gill (Image Credit- Twitter)

क्रिकेट का सबसे छोटा फाॅर्मेट टी-20 क्रिकेट पिछले कुछ सालों में काफी बदल गया है। अब यह मायने नहीं रखता कि खिलाड़ी ने कितने शतक और अर्धशतक लगाए हैं, बल्कि यह मायने रखता है कि बल्लेबाज किस स्ट्राइक रेट के साथ बल्लेबाजी करता है और वह कितनी गेंदों बाद बाउंड्री लगा सकता है।

दूसरी ओर टी-20 क्रिकेट के इस महत्वपूर्ण पहलू पर बड़ा बयान देते हुए न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर साइसन डूल ने अपनी बात रखी है। डूल ने अपनी बात में वजन देने के लिए आज गुजरात टाइटंस बनाम लखनऊ सुपर जायंट्स मैच में शुभमन गिल का पारी का सहारा लिया।

डूल ने गिल को लेकर दिया बड़ा बयान

बता दें कि गुजरात बनाम लखनऊ मैच में गिल ने 51 गेंदों में 94 रनों की पारी खेली, लेकिन वह पारी के अंत में बहुत ही धीमी बल्लेबाजी करते हुए नजर आ रहे थे और उनके बल्ले से आसानी से बाउंड्री नहीं लग रही थी। इसी बात को लेकर साइमन डूल ने क्रिकबज पर कहा-

मैच में शुभमन गिल थका हुआ लग रहा था, वह ज्यादा बाउंड्री लगाने में सक्षम नहीं था। हो सकता है यह थोड़ा विवादस्पद हो सकता है, लेकिन वाकई वह बाउंड्री लगाने में सक्षम नहीं था और मैं उस दिन का इंतजार कर रहा हूं।

जब कोई लड़का 45 गेंदों पर 45 डिग्री की कड़ाके की गर्मी में 75 या 80 रन बना लेता है और उसके बाद कहता है कि ठीक है राहुत तेवतिया तुम आओ और रन मारो, मैं रिटायर होता हूं।

डूल ने आगे कहा- मैं बार-बार कह रहा हूं कि इस खेल में रिकाॅर्ड्स मायने नहीं रखते। मुझे पता है कि लोग अब भी सेंचुरी को सेंचुरी कहते हैं, लेकिन जब आप हार जाते हैं तो इसका कोई मतलब नहीं है।

जब कोई मैदान पर कहता हैं कि मै थक गया हूं और बाउंड्री लगाने में सक्षम नहीं हूं तो उन्हें दूसरे खिलाड़ियों को मौका देना चाहिए। अगर आपके पास आक्रामक बल्लेबाजी है, तो क्यों न उसका इस्तेमाल किया जाए।

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