प्रदर्शन करो या आलोचना सहो: कपिल देव ने संघर्षरत विराट कोहली को सुनाई खरी-खोटी - क्रिकट्रैकर हिंदी

प्रदर्शन करो या आलोचना सहो: कपिल देव ने संघर्षरत विराट कोहली को सुनाई खरी-खोटी

कपिल देव ने कहा खिलाड़ी आलोचकों का मुंह केवल अपने प्रदर्शन से बंद कर सकता है!

Virat Kohli and Kapil Dev. (Photo Source: Getty Images)
Virat Kohli and Kapil Dev. (Photo Source: Getty Images)

भारत के पूर्व कप्तान और महान ऑलराउंडर कपिल देव ने कहा कि उन्हें विराट कोहली को इतने लंबे समय से बिना शतक लगाए खेलते हुए देखकर बहुत तकलीफ हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि जिस खिलाड़ी की तुलना हम सभी राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर और वीरेंद्र सहवाग जैसे दिग्गजों से किया करते थे, उसे रनों के लिए ऐसे संघर्ष करते देखना शोभा नहीं दें रहा है।

हालांकि, पूर्व कप्तान ने यह भी कहा कि कोहली को उनके फॉर्म को लेकर चुप्पी साधने की उम्मीद नहीं करना चाहिए, क्योंकि एक खिलाड़ी का प्रदर्शन ही उसे हीरो बनाता है। उन्होंने आगे कहा कोहली से कुछ न कुछ, और कहीं न कहीं तो गड़बड़ हो रही है, तभी वह दो सालों से भी अधिक समय से खराब दौर से गुजर रहे हैं।

कपिल देव ने अनकट के यूट्यूब चैनल पर कहा: “विराट कोहली जैसे इतने बड़े खिलाड़ी को इतने लंबे समय से संघर्ष करते देख मुझे दुख होता है। उन्होंने साल 2019 से किसी भी प्रारूप में शतक नहीं लगाया है, जो मेरे लिए बहुत दुखद बात है। वह हमारे लिए हीरो की तरह हैं। हमने कभी नहीं सोचा था कि हम कोहली की तुलना राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर या वीरेंद्र सहवाग जैसे महान खिलाड़ियों से करेंगे, लेकिन उन्होंने अपने प्रदर्शन से हमें उनकी तुलना उनसे करने के लिए मजबूर किया।

विराट कोहली को खरी-खोटी सुननी पड़ेगी: कपिल देव

लेकिन आज वह 2 सालों से भी अधिक समय से खराब दौर से गुजर रहे है, जो हम सभी को परेशान और निराश कर रहा है। हमने कभी नहीं सोचा था कि हम कोहली जैसे दिग्गज खिलाड़ी को इस तरह रनों के लिए संघर्ष करते हुए देखेंगे। मैं अगर साफ तौर पर कहूं तो विराट कोहली को अपने विचारों और खेल में परिवर्तन की जरुरत है, न कि हम सभी को अपने विचार बदलने चाहिए, जो उनके फॉर्म के बारे में बात कर रहे हैं, क्योंकि हमने क्रिकेट खेला है, और हम खेल को समझते हैं।

अगर वह हमें अपने प्रदर्शन से गलत साबित कर सकते हैं, तो इससे अच्छी बात कोई और हो ही नहीं सकती। देखिए बात इतनी सी है कि अगर कोई बल्लेबाज लंबे समय से रन नहीं बना रहा है, तो इससे साफ समझ आता है कि वह कुछ तो गलत कर रहा है, या उसके साथ कुछ गलत है। हम दर्शक केवल खिलाड़ी का प्रदर्शन देखते हैं, और उसके बाद ही उसे लेकर टिका-टिपण्णी करते हैं। अगर आप लगातार फेल हो रहे हैं, तो लोग चुप तो नहीं बैठने वाले है, आपको आलोचन झेलनी ही पड़ेगी। आप लोगों  से आपके फॉर्म को लेकर बात नहीं करने की  उम्मीद नहीं कर सकते हैं। मुझे लगता है खिलाड़ी का केवल बल्ला और प्रदर्शन बोलना चाहिए, और कुछ नहीं।”

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