धोनी की धीमी पारी को मैक्सवेल और बुमराह ने दिया पूर्ण समर्थन और कहा, उस समय यही सबसे उचित था - क्रिकट्रैकर हिंदी

धोनी की धीमी पारी को मैक्सवेल और बुमराह ने दिया पूर्ण समर्थन और कहा, उस समय यही सबसे उचित था

glen maxwell ( image source: twitter)
glen maxwell ( image source: twitter)

महेन्द्र सिंह धोनी ऐसे खिलाड़ी हैं,जो अपने खेलने की शैली से अपनी टीम के साथियों को ही नहीं बल्कि विपक्षी टीम के खिलाड़ियों का भी दिल जीत लेते हैं। ऐसा ही वाकया रविवार को खेले गये पहले टी20 मैच में हुआ जब महेन्द्र सिंह धोनी ने 37 गेंदों पर 29 रनों की पारी खेली। तब उनकी आलोचना शुरू हो गई। लेकिन आस्ट्रेलिया के आलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल और भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने धोनी की धीमी पारी का पूरा समर्थन करते हुए कहा कि उस समय की यही मांग थी और धोनी ने सही तरह से खेला।

धोनी ने पारी न संभाली होती तो और भी हालत खराब हो जाती:मैक्सवेल

मैक्सवेल ने कहा कि यदि धोनी ने उस समय पारी को न संभाला होता तो हो सकता है कि इतने भी रन नहीं बन पाते और भारत शायद 20 ओवर का गेम भी पूरा नहीं खेल पाता। आलोचना करने वाले इस बात पर भी ध्यान दें कि धोनी के 29 रनों की बदौलत ही भारत का स्कोर 126 रन हो पाया था। पूरा मैच हो भी सका था।

विकेटों के पतझड़ में धोनी ने एक छोर संभाले रखा

मालूम हो कि महेन्द्र सिंह धोनी मैच के 11वेंं ओवर की शुरुआत में उस समय क्रीज पर आए थे जब पंत रन आउट होकर चले गये थे और विकेटों का पतझड़ अचानक शुरू हो गया था। जहां पर एक समय में भारत दो विकेट पर 80 रन था वहीं 109 रन पहुंचते-पहुंचते 7 विकेट हो गये थे। यह सब कुछ मात्र सात ओवरों में हो गया था। मैच में भारत ने सात बाउंड्री स्ट्रोक लगाये थे उसमें से एक धोनी के बल्ले से निकला छक्का भी शामिल था। आखिरी के 11 ओवरों में मात्र 46 रन बने थे।

15-20 रन कम पड़ गये थे:बुमराह

बुमराह ने कहा कि हमने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश की। हमें अपने गेम को सुरक्षित रखना चाह रहे थे और एक सुरक्षित स्कोर करना चाहते थे। मेरे विचार से 15-20 रन कम रह गये लेकिन हमने कड़ा संघर्ष किया और इस मैच को बचाने का हमने पूरा प्रयास किया।

केएल राहुल के बाद सबसे अधिक गेंदों का सामना किया

धोनी ने सलामी बल्लेबाज केएल राहुल के बाद सबसे अधिक गेंदों का सामना किया। उन्होंने धीमी बल्लेबाजी करते हुए 35 गेंदों में 29 रन बनाये। धोनी ने भारत के टेलेंडरों के साथ बल्लेबाजी करते हुुए धोनी ने आठ गेंदों पर रन नहीं बनाये। न ही कोई शॉट लगाया। इसके चलते स्कोर कम रह गया।

विकेट खराब था धोनी की कोई गलती नहीं थी

मैक्सवेल ने कहा कि धोनी ने उस समय जो कुछ किया वही सबसे अधिक उचित था। यह विकेट उस समय बल्लेबाजों के लिए बहुत ही खराब खेल रहा था। कोई भी बल्लेबाज नहीं ठहर पा रहा था। हिटर चहल भी उस समय कुछ नहीं कर पाये। एमएस वर्ल्ड क्लास फिनिशर हैं। वह मिडिल आर्डर के अच्छे बल्लेबाज हैं। मेरे विचार से धोनी सही खेल रहे हैं और उनकी फार्म भी सही है।

आखिरी ओवर में सिक्स जड़ना उनकी अच्छे फार्म की निशानी है

आखिरी ओवर में जिस तरह से सिक्स जड़ा उससे लगता है कि उनका सही संकेत है। उन्होंने इस सिक्स के साथ उस ओवर में सात रन बनाये थे। आप इस बात से समझ सकते हैं कि कुछ ओवरों में यदि धोनी जैसा खिलाड़ी एक ही सिक्स मारता है तो यह उनका गंभीर प्रयास था।

close whatsapp