बतौर कोच मैं अपने गेंदबाज को ऐसा करने की सलाह दूंगा- मांकडिंग को लेकर बोले रवि शास्त्री - क्रिकट्रैकर हिंदी

बतौर कोच मैं अपने गेंदबाज को ऐसा करने की सलाह दूंगा- मांकडिंग को लेकर बोले रवि शास्त्री

गेंदबाज के गेंद फेंकने से पहले बल्लेबाज को अपनी क्रीज से बाहर निकलने का कोई मतलब नहीं होता- शास्त्री

Ravi Shastri (Image Source: Getty Images)
Ravi Shastri (Image Source: Getty Images)

पूर्व भारतीय क्रिकेटर और टीम इंडिया के हेड कोच रहे रवि शास्त्री ने नॉन-स्ट्राइकर एंड पर रन आउट को लेकर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। पूर्व अनुभवी खिलाड़ी ने कहा कि अगर नॉन-स्ट्राइकर एंड पर बल्लेबाज क्रीज, गेंद फेंकने से पहले छोड़ता है तो वह अपने खिलाड़ियों से ऐसा करने वाले खिलाड़ी को आउट करने के लिए कहेंगे।

गौरतलब है कि अभी कुछ समय पहले जब दीप्ति शर्मा ने चार्लोट डीन को रन आउट किया था तो कुछ खिलाड़ियों और विशेषज्ञों के बीच इस बात को लेकर एक बड़ी बहस छिड़ गई थी और ऐसे रन आउट करने के तरीके को उन्होनें ‘खेल भावना’ के खिलाफ बताया था। इस मामलें में सबसे पहले बेन स्टोक्स, आरोन फिंच, रविचंद्रन अश्विन और जोस बटलर ने अपनी राय दी है और अब शास्त्री भी इस सूची में शामिल हो गए हैं

रवि शास्त्री ने मांकडिंग दिया बड़ा बयान:

पूर्व भारतीय क्रिकेटर रवि शास्त्री ने फॉक्स स्पोर्ट्स को दिए अपने एक इंटरव्यू में कहा कि, “मेरे विचार बहुत स्पष्ट हैं। यह एक कानून है। एक बल्लेबाज को गेंद फेंकने से पहले अपनी क्रीज से बाहर निकलने का कोई मतलब नहीं होता है। और क्रिकेट में कानून कहता है कि यदि आप ऐसा कर रहे हैं, तो गेंदबाज आपको आउट करने के लिए पूरी तरह से हकदार है।

इसके अलावा उन्होनें कहा है कि, ‘मुझे पता है कि ‘मांकड़’ या ‘मांकडिंग’ का नियम काफी समय से था और बहुत सारे खिलाड़ी अभी भी उस नए कानून के साथ आने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए। लेकिन एक कोच के रूप में, मैं अपने खिलाड़ियों से कहूंगा ‘बस बाहर जाओ और यह करो। यह एक कानून है। आप धोखा नहीं दे रहे हैं, आप ऐसा कुछ नहीं कर रहे हैं जो खेल का हिस्सा नहीं है। बल्लेबाज को अपनी सीमांए पता होनी चाहिए’

बता दें कि हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने क्रिकेट के नियमों के तहत इस तरह रन आउट के तरीके को वैध करार दिया है। अपनी बात को आगे बढाते हुए शास्त्री ने कहा ‘यह एक नाराजगी हो सकती है, लेकिन यह इसलिए है क्योंकि कानून पहले मौजूद नहीं था।

मुझे इस बात से आपत्ति है कि आप पहली बार बल्लेबाज को वार्निंग दें। दूसरी बार अगर बल्लेबाज गलती करे तो गेंदबाज मांकड़िंग (रन-आउट) करे। यह कुछ ऐसा ही है कि बल्लेबाज जाकर फील्डर को कहे कि आपने एक बार कैच छोड़ दिया है, दूसी बार आप कैच पकड़ सकते हैं।

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