IND vs ENG: “बुमराह से पूछे बिना ही उनको व्हाइट बॉल स्पेशलिस्ट करार दे दिया गया”- रवि शास्त्री
इंग्लैंड के खिलाफ शुरुआती दो टेस्ट मैचों में बुमराह ने गेंद के साथ किया है शानदार प्रदर्शन।
अद्यतन - फरवरी 10, 2024 2:35 अपराह्न
टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने खुलासा किया है कि स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए उत्साहित हैं, उन्होंने जोर देकर कहा कि उनसे पूछे बिना ही उन्हें व्हाइट बॉल स्पेशलिस्ट करार दे दिया गया है। विशखापट्टनम टेस्ट मैच में इंग्लैंड के खिलाफ भारत की 106 रनों की जीत में बुमराह का योगदान काफी अहम रहा था। उस मैच को जीतकर भारत सीरीज में 1-1 की बराबरी करने में कामयाब हो पाया था।
इंग्लैंड के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज में बुमराह शानदार फॉर्म में हैं। स्टार तेज गेंदबाज ने दूसरे टेस्ट में नौ विकेट लेकर सबसे तेज 150 विकेट लेने वाले भारतीय तेज गेंदबाज बन गए, जबकि आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 स्थान पाने वाले पहले भारतीय तेज गेंदबाज भी बने।
जसप्रीत बुमराह को लेकर रवि शास्त्री ने दिया बड़ा बयान
शास्त्री ने ‘द टाइम्स’ के लिए लिखने वाले इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल एथरटन को दिए एक साक्षात्कार में बुमराह के साथ अपनी बातचीत के बारे में बताया जिसमें इस तेज गेंदबाज ने उनसे कहा था कि टेस्ट खेलना उनकी जिंदगी का ‘सबसे बड़ा दिन’ होगा। शास्त्री ही वह शख्स थे जिन्होंने जनवरी 2018 में केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बुमराह को टेस्ट डेब्यू का मौका दिया था।
रवि शास्त्री ने उस बातचीत को याद करते हुए कहा कि,, ”मुझे कोलकाता में उनसे पहली बातचीत याद है जिसमें मैंने उनसे पूछा था कि क्या उन्हें टेस्ट क्रिकेट में दिलचस्पी है? तब उसने कहा था कि यह उसके जीवन का सबसे बड़ा दिन होगा।”
उन्होंने कहा, ”उससे बिना पूछे ही उसे सफेद गेंद का विशेषज्ञ करार दे दिया गया। लेकिन मैं जानता था और देखना चाहता था कि उसमें टेस्ट खेलने को लेकर कितनी भूख है। मैंने उससे कहा, तैयार रहो। मैंने उसे कहा कि मैं उसे दक्षिण अफ्रीका में खिलाने जा रहा हूं।”
बुमराह ने जनवरी 2018 में केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना टेस्ट पदार्पण किया। शास्त्री ने कहा, ”वह टेस्ट क्रिकेट में खेलने और अच्छा प्रदर्शन करने को लेकरबहुत उत्साहित है।” पूर्व मुख्य कोच ने मुंबई इंडियंस के लिए इंडियन प्रीमियर लीग में बुमराह के शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें सिर्फ सफेद गेंद का विशेषज्ञ मानने से इनकार कर दिया।