झूलन गोस्वामी और जॉन राइट ने MI जूनियर चैंपियंस को ट्रेनिंग दी; फ्रेंचाइजी ने स्पेशल सेशन का वीडियो शेयर किया - क्रिकट्रैकर हिंदी

झूलन गोस्वामी और जॉन राइट ने MI जूनियर चैंपियंस को ट्रेनिंग दी; फ्रेंचाइजी ने स्पेशल सेशन का वीडियो शेयर किया

MI जूनियर मुंबई इंडियंस की मालिक नीता अंबानी द्वारा शुरू की गई एक पहल है।

John Wright and Jhulan Goswami. (Image Source: MI Twitter)
John Wright and Jhulan Goswami. (Image Source: MI Twitter)

मुंबई इंडियंस (MI) और भारत के पूर्व कोच जॉन राइट और पूर्व भारतीय महिला क्रिकेटर झूलन गोस्वामी ने 20 मई को MI जूनियर इंटर-स्कूल क्रिकेट टूर्नामेंट के मुंबई लेग के तीसरे संस्करण के विजेताओं के साथ अपना अनुभव शेयर किया।

आपको बता दें, हर साल मुंबई इंडियंस जूनियर के विजेताओं को MI के कोचिंग स्टाफ के सदस्यों से एक स्पेशल कोचिंग सेशन में क्रिकेट के गुर सीखने का मौका मिलता है। MI जूनियर मुंबई इंडियंस की मालिक नीता अंबानी द्वारा शुरू की गई एक पहल है, जो ESA (एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स फॉर ऑल) सहित रिलायंस फाउंडेशन के माध्यम से खेल को शैक्षिक पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाने की बहुत बड़ी समर्थक रही हैं।

इस बीच, इस साल तीन विजेता स्कूलों की टीमों, स्वामी विवेकानंद, बोरीवली (लड़कों की अंडर-14 टीम), शारदाश्रम विद्यामंदिर (लड़कियों की अंडर-15 टीम) और अंजुमन इस्लाम, सीएसटी (लड़कों की अंडर-16 टीम) को जॉन राइट और झूलन गोस्वामी से मिलने और उनसे क्रिकेट का ज्ञान लेने का मौका मिला।

जूनियर क्रिकेटरों से बहुत प्रभावित हैं जॉन राइट और झूलन गोस्वामी

मुंबई इंडियंस ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है, जहां झूलन गोस्वामी ने ट्रेनिंग सेशन के बारे में बात करते हुए बताया: “यह बहुत ही मजेदार था। ये बच्चे बहुत बुद्धिमान हैं और उन्हें पता है कि क्या करना है। जब मैंने कुछ प्रश्न पूछे, तो उन्होंने बड़ी आसानी से जवाब दिए। मैं सच में उनसे बहुत प्रभावित हूं।

जब मैं छोटी थी, तो मैं इतनी एक्टिव और होशियार नहीं थी। वे अपने खेल को बहुत अच्छी तरह से समझते हैं और इसका श्रेय उनके संबंधित कोचों को जाता है। यह सराहनीय है कि मुंबई इंडियंस युवा लड़के और लड़कियों के लिए इस तरह की पहल कर रही है।”

वहीं, जॉन राइट ने कहा: “यह बहुत ही आनंदमय था, सभी बच्चे बहुत उत्साहित थे, और सभी का कौशल अलग-अलग स्तर का था। उनमें से कुछ बहुत बेहद बुद्धिमान थे। हमने उनके लिए यह ट्रेनिंग सेशन मजेदार बनाने की कोशिश की। ये सभी बच्चे काफी जोश में थे और हमने फील्डिंग पर काफी जोर दिया। फील्डिंग एक ऐसी चीज है, जो एक टीम को एक साथ लाती है।”

close whatsapp