साल 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी में आखिर कैसे मिला रोहित शर्मा को ओपनर के तौर पर खेलने का मौका इसका खुलासा अब पूर्व फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने किया - क्रिकट्रैकर हिंदी

साल 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी में आखिर कैसे मिला रोहित शर्मा को ओपनर के तौर पर खेलने का मौका इसका खुलासा अब पूर्व फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने किया

साल 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी में रोहित शर्मा को ओपनर के तौर पर खेलने का मौका मिला था।

MS Dhoni and Rohit Sharma. (Photo by SAEED KHAN/AFP/Getty Images)
MS Dhoni and Rohit Sharma. (Photo by SAEED KHAN/AFP/Getty Images)

भारतीय टीम में इस समय देखा जाए तो बल्लेबाजी क्रम में काफी सारे बदलाव लगातार देखने को मिल रहे हैं। जिसमें ओपनिंग में टीम इंडिया कई नए खिलाड़ियों के आजमाते हुए दिख रही है। इसी में वेस्टइंडीज के खिलाफ चल रही 5 मैचों की टी-20 सीरीज के शुरुआती 3 मुकाबलों में कप्तान रोहित शर्मा के साथ सभी को उम्मीद थी कि ऋषभ पंत ओपनिंग में दिखेंगे लेकिन उनकी जगह पर सूर्यकुमार यादव को यह मौका दिया गया। जो पहले 2 मैचों में तो कुछ खास नहीं कर सके लेकिन तीसरे मुकाबले में उनके बल्ले से मैच विनिंग पारी पारी देखने को मिली।

टी-20 वर्ल्डकप 2022 को ध्यान में रखते हुए भारतीय टीम लगातार कई विकल्प आजमा रही है, ताकि किसी भी परिस्थिति के लिए खिलाड़ियों को तैयार रखा जाए। कुछ ऐसा ही साल 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी में भी देखने को मिला था, जब मौजूदा भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को अचानक महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में ओपनर के तौर पर खेलने का मौका मिला।

इससे पहले रोहित शर्मा की पहचान एक मध्यक्रम के बल्लेबाज के तौर पर थी, जहां पर उनका प्रदर्शन काफी उतार-चढ़ाव भरा देखने को मिला था। लेकिन बतौर ओपनर मौका मिलते ही पूरे विश्व क्रिकेट को एक अलग ही रोहित शर्मा के दर्शन देखने को मिले। जिसके बाद उनकी गिनती अब तीनों ही फॉर्मेट के सबसे खतरनाक ओपनिंग बल्लेबाज के तौर पर की जाती है।

धोनी चाहते थे, कि रोहित को ऊपरी क्रम में खेलने का मौका – आर श्रीधर

पूर्व भारतीय फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने अब अपने एक दिए बयान में इस बात का खुलासा किया है कि पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी चाहते थे, कि वह रोहित को ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करने का मौका दें। बता दें कि चैंपियंस ट्रॉफी 2013 के शुरू होने से पहले एक अभ्यास मैच में दिनेश कार्तिक ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 146 रनों की शानदार नाबाद पारी खेली थी। जिससे उनका नंबर-4 पर खेलना लगभग तय हो चुका था। ऐसे में शिखर धवन के साथ रोहित को बतौर ओपनर भेजने का फैसला लिया गया।

आर श्रीधर ने क्रिकेट डॉट कॉम को दिए अपने बयान में कहा कि, साल 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी में धोनी ने जो एक फैसला लिया था, वह रोहित को बतौर ओपनर खिलाने का था। क्योंकि कार्तिक ने अभ्यास मैचों के दौरान काफी शानदार बल्लेबाजी की थी। ऐसे में मैनेजमैंट और कप्तान धोनी ने रोहित को ऊपरी क्रम में बतौर भेजने का फैसला लिया जो एक ऐतिहासिक निर्णय साबित हुआ।

वहीं अपने बयान में आर श्रीधर ने आगे कहा कि, ऐसा ही एक फैसला जो कुछ सालों पहले सूर्यकुमार यादव को भारतीय टीम में शामिल करने का लिया गया वह भी काफी सफल साबित हुआ। जिसमें सूर्यकुमार ने इस बात को साबित किया कि वह टी-20 क्रिकेट में किसी भी क्रम में बल्लेबाजी कर सकते हैं।

close whatsapp