‘शमी अब इस ग्रुप के लीडर हैं’, चैंपियंस ट्राॅफी से पहले मोहम्मद शमी को लेकर पूर्व क्रिकेटर ने दिया बड़ा बयान
चैंपियंस ट्राॅफी में टीम इंडिया अपना पहला मैच 20 फरवरी को बांग्लादेश के खिलाफ खेलेगी।
अद्यतन - Feb 17, 2025 7:43 pm

19 फरवरी से शुरू हो रही चैंपियंस ट्राॅफी 2025 में भारतीय क्रिकेट टीम अपने अभियान की शुरुआत 20 फरवरी से करेगी। टीम इंडिया अपना पहला मैच बांग्लादेश के खिलाफ दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेलेगी।
वहीं, जब 8 देशों के बीच खेले जाने वाले टूर्नामेंट के लिए भारतीय क्रिकेट टीम का चयन किया गया था, तो तेज गेंदबाजी काफी ज्यादा चर्चा का विषय रही थीं। लेकिन अब जसप्रीत बुमराह के चैंपियंस ट्राॅफी से बाहर होने के बाद, तेज गेंदबाजी की जिम्मेदारी मुख्य तौर पर मोहम्मद शमी के कंधों पर आ गई है। वैसे टीम में उनकी मदद के लिए अर्शदीप सिंह, हर्षित राणा और हार्दिक पांड्या भी मौजूद हैं।
दूसरी ओर, शमी की फिटनेस आगामी चैंपियंस ट्राॅफी में टीम इंडिया के लिए चिंता का विषय रहेगी, क्योंकि वर्ल्ड कप 2023 में चोटिल होने के बाद शमी ने हाल में ही एंकल इंजरी के बाद वापसी की है। अब शमी की टीम इंडिया में वापसी पर पूर्व भारतीय क्रिकेट लक्ष्मीपति बालाजी (Lakshmipathy Balaji) ने बड़ा बयान दिया है।
शमी को लेकर Lakshmipathy Balaji ने दिया बड़ा बयान
चैंपियंस ट्राॅफी के शुरू होने से पहले बालाजी ने इंडियन एक्सप्रेस के हवाले से कहा- शमी ने 2019 और पिछले वर्ल्ड कप में बुमराह को पीछे छोड़ा था। बुमराह सभी फाॅर्मेट में एक चैंपियन गेंदबाज हैं, लेकिन शमी के पास अनुभव है। बुमराह के आने से पहले शमी ही थे, जिन्होंने टीम इंडिया के पेस अटैक को आगे बढ़ाया था।
मुझे लगता है यह बहुत महत्वपूर्ण है। अगर भारत को अच्छा प्रदर्शन करना है, तो शमी को नई गेंद से अच्छा प्रदर्शन करना होगा। नई गेंद से वह अपने पहले छह ओवरों में जिस तरह का प्रभाव डाल सकते हैं, वह भारत के लिए अहम भूमिका निभाएगा। वैसे वह पुरानी गेंद से भी अच्छी गेंदबाजी कर सकते हैं। यदि वह नियमित रूप से शुरुआती बढ़त बना सके, तो इससे भारत को बहुत बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा।
बालाजी ने आगे कहा- शमी अब इस ग्रुप के लीडर हैं। मेरा मतलब कि वह लंबे समय तक गेंदबाजी ग्रुप का लीडर रहा है। यदि आप देखें कि शमी ने 12 वर्षों के क्रिकेट में और विशेष रूप से टेस्ट क्रिकेट में क्या किया है, तो यह बहुत बड़ा काम है। अगर वह नई गेंद से अटैक करना शुरू कर दे, तो इससे अन्य गेंदबाजों को आत्मविश्वास मिलेगा।