सिर्फ 12 वनडे मैच खेलने वाले खिलाड़ी भी अब केएल राहुल के कप्तान बनने पर सवाल कर रहे हैं - क्रिकट्रैकर हिंदी

सिर्फ 12 वनडे मैच खेलने वाले खिलाड़ी भी अब केएल राहुल के कप्तान बनने पर सवाल कर रहे हैं

केएल राहुल की कप्तानी में भारतीय टीम तो दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में 0-3 से हार का सामना करना पड़ा था।

Manoj Tiwary and KL Rahul (Photo source: Twitter & Getty)
Manoj Tiwary and KL Rahul (Photo source: Twitter & Getty)

भारतीय क्रिकेटर मनोज तिवारी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुई एकदिवसीय सीरीज के लिए केएल राहुल की कप्तान के रूप में नियुक्ति से बहुत आश्वस्त नहीं हैं। राहुल ने अब तक जीतने भी प्रारूपों में कप्तानी की है उन्होंने एक भी मुकाबला नहीं जीता है। भारत उनकी कप्तानी में दूसरा टेस्ट और फिर तीन एकदिवसीय मैच हार गया, यहां तक ​​कि कई विशेषज्ञों ने उनके कुछ फैसलों पर भी सवाल उठाया।

29 वर्षीय राहुल को चोटिल रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में कप्तानी संभालनी पड़ी। विराट कोहली ने हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से सीरीज हारने के बाद टेस्ट कप्तानी से इस्तीफा दे दिया था और उनके उत्तराधिकारी को लेकर काफी चर्चा हुई थी। वहीं अगले टेस्ट कप्तान के रूप में रोहित शर्मा और केएल राहुल सबसे बड़े दावेदार माने जा रहे हैं।

मुख्य कोच, राहुल द्रविड़ ने कहा कि जब वोअधिक मैचों की कप्तानी करेगा तो निश्चित रूप से आगे बढ़ेगा और दक्षिण अफ्रीका सीरीज के बाद उनके ऊपर अधिक सवाल नहीं उठाना चाहते हैं। मनोज तिवारी ने स्पोर्ट्सकीड़ा से बात करते हुए केएल राहुल को एक कप्ता के रूप में अपने विचारों का खुलासा किया और इसके पीछे चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाया।

मनोज तिवारी ने केएल राहुल को कप्तान के रूप में ‘तैयार’ किए जाने पर उठाए सवाल

तिवारी ने कहा, “आपने राहुल में कप्तान के रूप में क्या देखा?” अचानक, वो कह रहे हैं कि वो उन्हें भविष्य के कप्तान के रूप में तैयार कर रहे हैं। मुझे समझ में नहीं आता कि आप एक कप्तान को ग्रूम कैसे कर सकते हैं। एक व्यक्ति या तो जन्मजात कप्तान होता है या नहीं होता। कप्तानी स्वाभाविक रूप से आती है, यह एक आपको खुद मिला एक गुण है।

कप्तान को तैयार करना संभव है, लेकिन इस प्रक्रिया में लंबा समय लगेगा। निर्णय लेने के बारे में जानने के लिए एक खिलाड़ी को लगभग 20 से 25 मैचों का समय लगेगा, लेकिन फिर भी सफलता की गारंटी नहीं होगी। देखिए, भारत के लिए हर अंतरराष्ट्रीय मैच महत्वपूर्ण है।”

तिवारी ने आगे कहा कि, “हमारे पास जिस तरह के खिलाड़ी थे, उसे देखते हुए हमें एकदिवसीय सीरीज 0-3 से नहीं हारनी चाहिए थी। कुछ गलत फैसलों की कीमत हमें सीरीज में पड़ी। मैं राहुल को उनकी कप्तानी के लिए दोष नहीं दे रहा हूं, लेकिन मैं चयनकर्ताओं से निराश हूं, इसलिए मैं चयनकर्ताओं से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने राहुल को भारत का कप्तान बनाने के लिए क्या देखा।” बता दें कि मनोज तिवारी ने भारत के लिए 12 वनडे मैच खेले हैं।

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