MI vs KKR Turning Point of Match: एक छोटी से गलती और KKR से बुरी तरह हारी मुंबई इंडियंस, जानिए कहां पलटा मैच?

MI vs KKR Turning Point of Match: एक छोटी से गलती और KKR से बुरी तरह हारी मुंबई इंडियंस, जानिए कहां पलटा मैच?

170 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए सिर्फ 145 रन ही बना पाई और कोलकाता की गेंदबाजी के खिलाफ ऑल आउट हो गई। 

KKR (Pic Source-X)
KKR (Pic Source-X)

MI vs KKR Turning Point of Match: आईपीएल 2024 का 51वां मुकाबला मुंबई इंडियंस और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया। दोनों टीमों के लिए यह मुकाबला बेहद ही अहम था। कोलकाता जहां 2 और अंक लेकर प्लेऑफ में मजबूत पकड़ बनाने के लिए उतरी थी वहीं, मुंबई इंडियंस प्लेऑफ की उम्मीदों को बरकरार रखने के लिए यह मैच खेल रही थी। लेकिन हार्दिक पांड्या की कप्तानी में मुंबई को इस मैच से हाथ धोना पड़ा।

मैच की बात करें तो मुंबई इंडियंस ने टॉस जीता और कोलकाता नाइट राइडर्स को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए कोलकाता बैकफुट पर चली गई थी और मुंबई ने उन्हें 20 ओवर में ऑल आउट कर दिया। KKR ने मुंबई को जीत के लिए 170 रनों का लक्ष्य दिया था। वेंकटेश अय्यर की 52 गेंदों में 3 छक्कों और 6 चौकों की मदद से 70 रन की बदौलत KKR 169 रन बनाने में सक्षम रहा।

वेंकटेश के बाद मनीष पांडे ने 42 रनों की अहम पारी खेली। जिसकी वजह से KKR स्कोरबोर्ड पर सम्मानजनक स्कोर खड़ा कर सकी। इसके जवाब में मुंबई इंडियंस की टीम KKR द्वारा दिए गए 170 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए सिर्फ 145 रन ही बना पाई और कोलकाता की गेंदबाजी के खिलाफ ऑल आउट हो गई।

MI vs KKR Turning Point of Match: सूर्यकुमार का आउट होना और किसी जोड़ी के बीच साझेदारी ना पनपना मुंबई की हार का कारण है

लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई इंडियंस का कोई भी बल्लेबाज क्रीज पर ज्यादा देर नहीं टिक सका। 2 बल्लेबाजों को छोड़कर किसी ने भी 15 रन के आंकड़ें को पार नहीं किया। सलामी जोड़ी का फेल होना और किसी भी जोड़ी द्वारा साझेदारी ना बना पाना मैच का बड़ा टर्निंग पॉइंट था।

हालांकि सूर्यकुमार यादव ने टिम डेविड के साथ मिलकर साझेदारी बनाने की कोशिश की थी लेकिन 49 रनों की इस साझेदारी में सूर्यकुमार ने ज्यादा रन बनाए। जब तक सूर्यकुमार क्रीज पर मौजूद थे तब तक मैच मुंबई के पाले में जाता दिख रहा था। लेकिन उनके आउट होते ही एक के बाद करके विकेट गिरते गए और कोई भी बल्लेबाज जीत की दावेदारी नहीं ठोक सका। अगर सूर्यकुमार यादव का विकेट नहीं गिरता तो शायद मुंबई यह मैच आसानी से जीत सकती थी।

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