“दबाव के चलते मैंने 2-3 गेंदें…”, पृथ्वी शॉ ने साझा किया सचिन तेंदुलकर से पहली मुलाकात का किस्सा
पृथ्वी शॉ ने 18 साल की उम्र में भारत के लिए डेब्यू किया था और शतक लगाकर इतिहास रचा था।
अद्यतन - नवम्बर 29, 2024 1:40 अपराह्न
भारतीय खिलाड़ी पृथ्वी शॉ आईपीएल 2025 मेगा ऑक्शन में अनसोल्ड रहे। किसी भी फ्रेंचाइजी ने उन्हें खरीदने के लिए दिलचस्पी नहीं दिखाई, उनका बेस प्राइस 75 लाख रुपये था। पृथ्वी एक समय भारतीय क्रिकेट में राइजिंग टैलेंट थे, उन्हें भारत का अगला सचिन तेंदुलकर भी कहा जाता था।
पृथ्वी ने 18 साल की उम्र में भारत के लिए डेब्यू किया था और शतक लगाकर इतिहास रचा था। लेकिन फिर खराब फॉर्म और फिटनेस के चलते वह ड्रॉप होते गए। पृथ्वी ने भारत के लिए आखिरी मैच जुलाई 2021 में कोलंबो में श्रीलंका के खिलाफ खेला था। इस बीच, हाल ही में पृथ्वी शॉ ने मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर से पहली मुलाकात का किस्सा साझा किया।
9 साल की उम्र में पहली बार सचिन तेंदुलकर से मिले थे पृथ्वी शॉ
पृथ्वी शॉ ने खुलासा किया कि वह सिर्फ 9 साल के थे, जब उन्होंने पहली बार सचिन तेंदुलकर को व्यक्तिगत रुप से देखा था। बल्लेबाज को पता चला था कि सचिन भी MIG में खेलते हैं, तो वह उस क्लब में गए और प्रैक्टिस करना शुरु कर दिया था।
शॉ ने बताया कि, वह सचिन सर के साथ फोटो लेना चाहते थे, लेकिन बहुत सारे लोग थे इसलिए वह ले नहीं पाए। फिर क्लब के कोच जगदीश सर ने सचिन तेंदुलकर से अनुरोध किया था कि वह पृथ्वी को बैटिंग करते हुए देखें। जब तेंदुलकर पृथ्वी को बल्लेबाजी करते हुए देख रहे थे, तब दबाव के चलते शॉ ने दो-तीन बॉल मिस कर दी थी।
पृथ्वी शॉ ने Focused Indian YouTube channel पर बात करते हुए बताया,
मुझे पता चला कि सचिन सर भी MIG (मिडिल इनकम ग्रुप ग्राउंड) में खेलते हैं। फिर मैं उस क्लब में आया और प्रैक्टिस करना शुरू किया। फिर मैंने सचिन सर को पहली बार खेलते हुए देखा। मैंने उन्हें पहली बार व्यक्तिगत रूप से देखा। मैंने दूर से देखा, जाहिर है कि वह मेन विकेट पर अभ्यास कर रहे थे, फिर वह चले गए, उस समय मैंने फोटो नहीं ली क्योंकि वहां बहुत सारे लोग थे। उस समय मेरी उम्र लगभग 9 साल थी। और फिर अगली बार जब मैं बल्लेबाजी कर रहा था, हम मिडिल विकेट पर बल्लेबाजी कर रहे थे, तब जगदीश सर ने सचिन सर से अनुरोध किया कि वे मुझे एक बार बल्लेबाजी करते हुए देखें।
पृथ्वी ने आगे बताया,
सचिन सर MIG क्लब की पहली मंजिल पर खड़े थे, वो देख रहे थे। मैंने देखा कि सर देख रहे थे। अब उस दबाव में क्या हुआ, मैंने दो-तीन बॉल मिस कर दीं। तब तक मैं ठीक बल्लेबाजी कर रहा था। अब जब सचिन सर खड़े थे, तो मेरी नजर बॉल से ऊपर थी, नजर बॉल पर थी ही नहीं, फिर वो नीचे आ गई, फिर मैंने थोड़ा अच्छा खेला, फिर अगले खिलाड़ी से थोड़ी बातचीत हुई।