जिस भारतीय तेज़ गेंदबाज़ को 2015 वर्ल्ड कप में कहा गया “ मिस्टर कंसिस्टेंट”, अब टीम से है बाहर
अद्यतन - फरवरी 14, 2019 9:23 पूर्वाह्न
साल 2015 में खेला गया वर्ल्ड कप टीम के लिए काफी ठीक ठाक रहा था। भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया ने सेमीफाइनल मैच में हराकर फाइनल में जगह बनाई थी।
टीम इंडिया के लिए 2015 का वर्ल्ड कप इस वजह से भी खास रहा था। क्योंकि ठीक वर्ल्ड कप से पहले टीम इंडिया को एक युवा तेज़ गेंदबाज़ मिला था। जिसने अपने प्रदर्शन से सबको हैरान किया था।
विकेट टू विकेट गेंदबाज़ी करने के कारण खुद महेंद्र सिंह धोनी ने इस गेंदबाज़ को मिस्टर कंसिस्टेंट कहा था। वहीं अब 2019 के वर्ल्डकप में इस खिलाड़ी को टीम में जगह मिलना नामुमकिन ही नज़र आ रहा है।
मोहित शर्मा ने गेंदबाज़ी से जीता था दिल
मोहित शर्मा ने अपनी बेहतरीन गेंदबाज़ी से वर्ल्ड कप में सबका दिल जीता था। उन्हें ईशांत शर्मा के चोटिल होने के बाद टीम में शामिल किया गया था। अंतिम समय में टीम में शामिल किए गए मोहित शर्मा ने बेहतरीन गेंदबाज़ी करते हुए टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में तेज गेंदबाज़ मोहम्मद शमी और उमेश यादव के साथ बेहतरीन गेंदबाज़ी करते हुए तीसरे गेंदबाज के रूप में अपनी जगह को पक्का किया था।
वर्ल्ड कप में चटकाए 13 विकेट
मोहित शर्मा ने वर्ल्ड कप 2015 टूर्नामेंट में 13 विकेट चटकाए थे। पाकिस्तान टीम के खिलाफ उनका स्पैल हर किसी को याद है। मोहित शर्मा ने 9 ओवरों में 35 रन देकर 2 विकेट चटकाए थे।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ महत्वपूर्ण मैच में उन्होंने 7 ओवरों में केवल 31 रन देकर 2 विकेट चटकाए। जिसके बाद उन्हें मिस्टर कंसिस्टेंट नाम से पुकारा जाने लगा था। टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 130 रनों से बड़ी जीत दर्ज की थी।
वर्ल्ड कप के बाद टीम से रहे अंदर बाहर
2013 में डेब्यू करने वाला यह गेंदबाज़ साल 2015 में अपना अंतिम वनडे टीम इंडिया के लिए खेला था। वानखेड़े के मैदान में दक्षिण अफ्रीकी टीम के खिलाफ खेला गया कभी नहीं भुलने वाला मैच उनके लिए काफी कड़वा रहा। इस मैच में दक्षिण अफ्रीकी टीम ने 50 ओवरों में ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी करते हुए 438 रन ठोक डाले थे।
इस मैच में मोहित शर्मा ने 7 ओवरों में 1 विकेट लेकर 84 रन लुटाए थे। इस मैच में भारतीय टीम को 214 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि मोहित शर्मा आईपीएल 2018 का हिस्सा रहे। ऐसे में मुश्किल लग रहा है कि इस गेंदबाज़ को वर्ल्ड कप 2019 में जगह दी जाए।