भारत के लिए 61 टेस्ट, 17 ODI और 9 T20I खेलने वाले बल्लेबाज ने अचानक ही ले लिया संन्यास - क्रिकट्रैकर हिंदी

भारत के लिए 61 टेस्ट, 17 ODI और 9 T20I खेलने वाले बल्लेबाज ने अचानक ही ले लिया संन्यास

भारतीय टीम के बेहतरीन सलामी बल्लेबाज मुरली विजय ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की है।

Murali Vijay (Pic Source-Twitter)
Murali Vijay (Pic Source-Twitter)

भारतीय टीम के बेहतरीन सलामी बल्लेबाज मुरली विजय ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की है। बता दें, उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से इस बात की जानकारी दी।

मुरली विजय ने भारत के लिए 61 टेस्ट मुकाबलों में 38.29 के औसत और 46.3 के स्ट्राइक रेट से 3982 रन बनाए हैं। इसमें 15 अर्धशतक और 12 शतक मौजूद हैं। 17 वनडे में उन्होंने 21.19 के औसत और 67 के स्ट्राइक रेट से 339 रन बनाए हैं। उन्होंने इस प्रारूप में मात्र एक अर्धशतक जड़ा है। भारत के लिए उन्होंने 9 टी-20 मैच भी खेले हैं जिसमें उन्होंने 18.78 के औसत और 109.74 के स्ट्राइक रेट से 169 रन बनाए हैं।

मुरली विजय के पास इंडियन प्रीमियर लीग का भी काफी अनुभव है। उन्होंने 106 मैचों में 25.93 के औसत और 121.87 के स्ट्राइक रेट से 2619 रन जड़े हैं। विजय को बेहतरीन सलामी बल्लेबाजों में गिना जाता है। मुरली विजय ने भारत के लिए साल 2008 में डेब्यू किया था, जबकि 2018 में उन्होंने आखिरी टेस्ट मैच खेला।

यह रहा मुरली विजय का ट्वीट:

मुरली विजय ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया कि, ‘आज मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले रहा हूं। 2002 से 2018 तक का मेरा सफर काफी शानदार रहा और यह मेरी जिंदगी के सबसे यादगार साल रहे। मुझे इस बात की काफी खुशी है कि मैंने खेल के सबसे ऊंचे स्तर में भारतीय टीम की ओर से प्रतिभाग किया।

मुझे इस बात की काफी खुशी है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI), तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन (TCA), चेन्नई सुपर किंग्स और चेमप्लास्ट सन्मर ने मुझे अपना बेहतरीन प्रदर्शन दिखाने का मौका दिया। मैं अपने सभी टीम के साथी, मेंटर, कोच और सपोर्ट स्टाफ को दिल से धन्यवाद देना चाहता हूं। आप सबके साथ खेलकर काफी अच्छा लगा और अगर आप सब ना होते तो मैं अपने सपने को सच्चाई में कभी नहीं बदल पाता।

सभी क्रिकेट फैंस जिन्होंने मेरे उतार-चढ़ाव में मेरा साथ दिया और मुझे कभी भी अकेला नहीं छोड़ा आप सब को दिल से शुक्रिया कहता हूं। सबसे आखिर में मैं अपने परिवार और दोस्तों को शुक्रिया कहूंगा जिन्होंने मुझे ढेर सारा प्यार दिया और मेरे पूरे करियर में मेरा साथ दिया।

वह हमेशा मेरी रीढ़ की हड्डी रहे हैं और उनके बिना मैं कुछ भी हासिल नहीं कर सकता था। मैं अपनी टीम के पुराने साथी और भारतीय क्रिकेट टीम को उनके भविष्य के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं देता हूं। इतनी यादें देने के लिए आप सबका बहुत ढेर सारा शुक्रिया। आप सभी को मेरा ढेर सारा प्यार, विजय।’

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