पूर्व BCCI जनरल मैनेजर का बड़ा खुलासा, बताया कैसे Akshay Kumar ने इस IPL टीम को भारी वित्तीय नुकसान से बचाया
Akshay Kumar ने दिल्ली डेयरडेविल्स (Delhi Daredevils) के साथ प्रमोशनल फिल्में शूट करने, मीट एंड ग्रीट इवेंट्स में शामिल होने और कॉर्पोरेट इवेंट्स में उपस्थिति दर्ज कराने के लिए तीन साल का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया।
अद्यतन - Aug 17, 2023 3:55 pm

बॉलीवुड (Bollywood) और क्रिकेट जगत का गहरा नाता रहा है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है इंडियन प्रीमियर लीग। हाल ही में BCCI के पूर्व जनरल मैनेजर अमृत माथुर (Amrit Mathur) ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि, कैसे बॉलीवुड के खिलाड़ी कुमार यानी अक्षय कुमार (Akshay Kumar) ने एक आईपीएल टीम को वित्तीय नुकसान से बचाया था।
दरअसल, अमृत माथुर ने हाल ही में अपनी आत्मकथा – ‘पिचसाइड: माई लाइफ इन इंडियन क्रिकेट’ में इस बात का खुलासा किया है। जब आईपीएल शुरू हुआ था तब अक्षय कुमार आईपीएल के दूसरे संस्करण के दौरान दिल्ली डेयरडेविल्स (अब Delhi Capitals) फ्रेंचाइजी में शामिल हुए थे। उस समय अमृत माथुर दिल्ली फ्रेंचाइजी के COO का पद संभाल रहे थे।
उन्होंने अपनी किताब में बताया है कि, अक्षय कुमार ने दिल्ली डेयरडेविल्स (Delhi Daredevils) के साथ प्रमोशनल फिल्में शूट करने, मीट एंड ग्रीट इवेंट्स में शामिल होने और कॉर्पोरेट इवेंट्स में उपस्थिति दर्ज कराने के लिए तीन साल का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया। कोटला एक्ट के अलावा, कुछ भी नहीं हुआ क्योंकि डीडी को पता नहीं था कि इसका फायदा कैसे उठाना है। ऐसे में सीज़न के अंत में, गंभीर वित्तीय घाटे के कारण डीडी ने कॉन्ट्रैक्ट रद्द करने या फिर से बातचीत करने का फैसला किया।
डीडी के वकीलों ने कॉन्ट्रैक्ट पर दोबारा विचार करने के लिए अक्षय के कर्मचारियों से संपर्क किया- अमृत माथुर
उन्होंने आगे लिखा कि, डीडी के वकीलों ने कॉन्ट्रैक्ट पर दोबारा विचार करने के लिए अक्षय के कर्मचारियों से संपर्क किया, लेकिन उन्होंने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। तब दिल्ली डेयरडेविल्स प्रबंधन ने माथुर को जिम्मेदारी दी कि वे अक्षय कुमार को अपने वित्तीय मुद्दे समझाएं और समाधान निकालने का प्रयास करें। ऐसे में अमृत माथुर ने अभिनेता अक्षय कुमार से मुलाकात की और उन्हें समस्या के बारे में बताया। माथुर को तब आश्चर्य हुआ जब अक्षय ने बिना किसी हिचकिचाहट के कॉन्ट्रैक्ट रद्द करने का फैसला किया।
अमृत माथुर ने आगे लिखा कि, शॉट के बाद जब हम उनकी वैनिटी वैन में गए और मैंने बहुत झिझकते हुए डीडी की वित्तीय परेशानियों के बारे में बताया तो उन्होंने कहा कि, कोई बात नहीं जी, अगर यह काम नहीं कर रहा है, तो चलिए इसे बंद करते हैं। दरअसल मुझे लगा कि मैंने उसे ठीक से नहीं सुना। मुझे हैरान देखकर उन्होंने धीरे से स्पष्ट किया कि, ‘इसको ख़त्म कर देते हैं। जब मैंने कॉन्ट्रैक्ट की मुश्किल शर्तों के बारे में बताया तो उन्होंने मुझे आश्वस्त करते हुए कहा कि, कोई बात नहीं, मैं वकील को बोल दूंगा।