धोनी ने एक इनिंग क्या खेल ली, पुरानी बातें भूल गए
अद्यतन - जनवरी 17, 2019 8:36 पूर्वाह्न

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे वनडे में भारत ने जीत हासिल कर सीरिज 1-1 से बराबर कर ली। इस जीत में भारतीय कप्तान विराट कोहली के शतक के अलावा महेंद्र सिंह धोनी की चमकीली पारी ने भी अहम भूमिका निभाई। धोनी ने दबाव में खुद को ढाला और फिर विपक्षी टीम को दबाव में ला दिया। एक कांटे के मैच को भारत की ओर मोड़ दिया। ऐसा कारनामा वे पहले भी कई बार कर चुके हैं, लेकिन अब की बार यह कारनामा करने में उन्होंने खासा वक्त लिया है।
धोनी की इस पारी से उनके फैंस को बोलने का फिर मौका मिल गया है। ‘पिक्चर अभी बाकी है’ और ‘धोनी में अभी भी दम है’ जैसे जुमले फिर सुनाई देने लगे हैं। प्रशंसक ये बातें उन लोगों को सुना रहे हैं जो धोनी द्वारा खेली जा रही धीमी पारियों को लेकर धोनी पर प्रश्नचिन्ह लगा रहे थे। आलोचकों का मानना है कि जब ऋषभ पंत जैसा युवा विकेटकीपर मौजूद है जो बल्लेबाजी भी धमाकेदार कर रहा है तो फिर धोनी की टीम में जरूरत क्या है?

इन लोगों का यह भी कहना है कि धोनी का सुनहरा वक्त बीत चुका है और अब धोनी को हट जाना चाहिए। इंग्लैंड में धोनी का प्रदर्शन लचर था तो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे में भी उनकी धार गायब थी। अचानक एक पारी खेलने से पुरानी बातों पर मिट्टी डालने की कोशिश की जा रही है।
धोनी के योगदान पर दो राय नहीं
इस बात में कोई दो राय नहीं है कि धोनी एक महान प्लेयर हैं। उन्होंने भारतीय क्रिकेट को बहुत कुछ दिया है। लेकिन यह बात भी उतनी ही सही है कि हर अच्छी चीज का एक वक्त होता है। धोनी का वक्त भी गुजर गया है।
भविष्य की ओर देखना जरूरी है। धोनी जैसी पारी तो ऋषभ पंत भी खेल सकते हैं और वर्तमान फॉर्म के आधार पर ज्यादा बार खेल सकते हैं। अरसे बाद धोनी ने इस तरह की इनिंग खेली है, लेकिन उनका खेल अब पहले जैसा नहीं रह गया है। विश्वकप में धोनी के बजाय पंत को तरजीह देना चाहिए।