“उनको नींद से जगाने के लिए ये जरूरी था”- पृथ्वी शॉ को लेकर बोले DC के ऑनर पार्थ जिंदल
IPL 2025 मेगा ऑक्शन में अनसोल्ड रहे थे पृथ्वी शॉ।
अद्यतन - नवम्बर 29, 2024 2:26 अपराह्न
कभी भारत की सबसे प्रतिभाशाली क्रिकेट प्रतिभाओं में से एक माने जाने वाले पृथ्वी शॉ सऊदी अरब के जेद्दा में आईपीएल 2025 की मेगा ऑक्शन में अनसोल्ड रहे। 25 वर्षीय बल्लेबाज, जिन्होंने 2018 U19 वर्ल्ड कप में भारत को जीत दिलाई थी, उन्होंने 75 लाख रुपये के बेस प्राइस के साथ ऑक्शन में प्रवेश किया था, लेकिन फिर भी वो अनसोल्ड रहे।
शॉ, जिन्हें छह साल के कार्यकाल के बाद दिल्ली कैपिटल्स ने रिलीज कर दिया था, वो 2018 से फ्रेंचाइजी में मुख्य खिलाड़ी रहे हैं। हालांकि, प्रदर्शन में निरंतरता की कमी और उनकी फिटनेस पर सवालों की वजह से किसी भी फ्रेंचाइजी ने उनके ऊपर बोली नहीं लगाई। हालांकि उनकी परफॉर्मेंस में आई कमी के कराम आईपीएल 2025 के ऑक्शन में दिल्ली ने भी उन पर बिड नहीं लगाई। इस मुद्दे पर डीसी के सह मालिक पार्थ जिंदल का कहना है कि शॉ को इस तरह के झटके की जरूरत थी।
पृथ्वी शॉ को लेकर पार्थ जिंदल ने दिया बड़ा बयान
स्पोर्ट्स टुडे से बात करते हुए पार्थ जिंदल ने कहा, “पृथ्वी एक बेहतरीन बच्चा है। उसे कई तरह से गलत समझा गया है। और मुझे लगता है कि हम सभी को बड़े होते हुए एक झटके की जरूरत होती है और हमें अपनी नींद से जगाने की जरूरत होती है। कई बार मुझे भी उस झटके की जरूरत थी। आप अपनी पूरी जिंदगी यही सुनते हुए बड़े होते हैं कि आप खास हैं, आप सबसे प्रतिभाशाली हैं, आप दुनिया में सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली के अलावा MRF बैट रखने वाले एकमात्र बल्लेबाज हैं। इससे आपको पता चलता है कि हर कोई उसके बारे में क्या सोचता था।”
उन्होंने आगे कहा, “कोई आपको लारा कहता है, कोई आपको सचिन कहता है, कोई आपको अगला बड़ा खिलाड़ी कहता है। आप ऐसे माहौल में बड़े होते हैं, और मुंबई क्रिकेट से हर कोई आपके बारे में बड़ी-बड़ी बातें करता है। मुझे लगता है कि पृथ्वी को इसी झटके की जरूरत थी। अब तक, वह एक मोटे आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट पर था, वह सभी फॉर्मेट में मुंबई के लिए खेल रहा था।
कम से कम डीसी के लिए शुरुआत करने वाला खिलाड़ी था। मुझे लगता है कि उसे कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। उसे क्रिकेट के खेल से प्यार करने की जरूरत है। उसे नेट्स पर वापस जाने, अपनी फिटनेस हासिल करने की जरूरत है। उसे वापस आकर यह समझने की जरूरत है कि वह कहां गलत हुआ और अनुशासित होने की जरूरत है।”