राहुल द्रविड़

World Cup 2023: ‘तब टीम में स्पिनर्स क्यों हैं’- भारतीय पिचों को ‘औसत’ रेटिंग मिलने पर भड़के राहुल द्रविड़

पाकिस्तान (अहमदाबाद) और ऑस्ट्रेलिया (चेन्नई) के खिलाफ भारत के मैचों में इस्तेमाल की गई पिचों को आईसीसी ने औसत रेटिंग दी थी।

Rahul Dravid. (Photo Source: Twitter/BCCI)
Rahul Dravid. (Photo Source: Twitter/BCCI)

टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने वनडे वर्ल्ड कप 2023 के दौरान भारतीय पिचों की रेटिंग को लेकर आईसीसी पर हमला बोला है। द्रविड़ ने भारत और न्यूजीलैंड मैच से पहले पत्रकारों से बातचीत के दौरान अपनी बात रखी। पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत के मैचों में इस्तेमाल की गई पिचों को आईसीसी ने औसत रेटिंग दी थी। द्रविड़ आईसीसी की इस रेटिंग से खुश नहीं दिखे। द्रविड़ ने इस बात पर जोर दिया कि वनडे मैचों में अलग-अलग स्किल का प्रदर्शन होना चाहिए, न कि सिर्फ आक्रामक बल्लेबाजी का।

औसत पिच रेटिंग देने पर भड़के राहुल द्रविड़

गौरतलब है कि, आईसीसी ने 14 अक्टूबर को पाकिस्तान के खिलाफ और आठ अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत के मैचों में इस्तेमाल की गई पिचों को ‘औसत’ रेटिंग दी थी। ये रेटिंग टूर्नामेंट की अधिकांश अन्य पिचों के विपरीत थीं, जिन्हें ‘अच्छी’ या ‘बहुत अच्छी’ रेटिंग मिली थी।

भारत ने अहमदाबाद में पाकिस्तान को 42.5 ओवर में 191 रन पर आउट कर दिया, जबकि चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया को 49.3 ओवर में 199 रन पर समेट दिया था। इन दोनों मैचों में भारत के स्पिनर्स ने शानदार प्रदर्शन किया था। लेकिन फिर भी द्रविड़ ने इसको लेकर नाराजगी व्यक्त की है।

भारत-न्यूजीलैंड मैच से पहले क्रिकबज के हवाले से राहुल द्रविड़ ने कहा कि, “मैं निश्चित रूप से उन दो विकेटों के लिए दी गई औसत रेटिंग से सम्मानपूर्वक असहमत होऊंगा। मुझे लगता है कि वे अच्छे विकेट थे। यदि आप केवल 350 (रन) का मैच देखना चाहते हैं और केवल उन्हीं विकेटों को अच्छी रेटिंग देना चाहते हैं, तो मैं इससे असहमत हूं। मुझे लगता है कि आपको मैच में विभिन्न कौशल को देखना होगा।”

केवल चौके-छक्के देखने हैं तो टी20 क्रिकेट देखें- राहुल द्रविड़

भारतीय कोच ने कहा “ईमानदारी से कहूं तो कुछ विकेट, जहां हम खेले हैं, मेरा मतलब है कि दिल्ली और पुणे में बीच के ओवरों में स्ट्राइक रोटेट करना कोई बहुत कठिन काम नहीं था। प्रतियोगिता इस बारे में थी कि कौन अधिक चौके और छक्के लगा सकता है। इसलिए मेरी राय में विकेटों का आकलन करने का यही एकमात्र तरीका नहीं है।

मुझे लगता है कि हमें यह तय करने का एक बेहतर तरीका होना चाहिए कि अच्छा और औसत विकेट क्या है। कभी-कभी विकेट थोड़ा टर्न करेंगे, कभी-कभी वे थोड़ा सीम करेंगे, वे थोड़ा स्विंग करेंगे, वे थोड़ा उछाल भरे होंगे। हम सभी 350 के कुल स्कोर पर छक्कों और चौकों को अच्छे विकेट के रूप में देखना चाहते हैं, तो मैं इससे असहमत हूं।”

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