'एक कोच की शोहरत खिलाड़ियों के हाथ में होती है...'- राहुल द्रविड़ के सपोर्ट में उतरे वीरेंद्र सहवाग - क्रिकट्रैकर हिंदी

‘एक कोच की शोहरत खिलाड़ियों के हाथ में होती है…’- राहुल द्रविड़ के सपोर्ट में उतरे वीरेंद्र सहवाग

भारत को हाल ही में आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में हार का सामना करना पड़ा है।

Rahul Dravid Virender Sehwag (Photo Source: Twitter)
Rahul Dravid Virender Sehwag (Photo Source: Twitter)

ICC World Cup 2023 के शेड्यूल की घोषणा हो चुकी है। भारत का पहला मुकाबला 8 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चेन्नई में खेला जाएगा। टीम इंडिया ने पिछले 13 साल से कोई आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीती है। भारत को हाल ही में आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में हार का सामना करना पड़ा है।

जिसके बाद से ही कप्तान रोहित शर्मा और हेड कोच राहुल द्रविड़ की काफी ज्यादा आलोचना हो रही है। लेकिन पूर्व भारतीय खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग इस वक्त राहुल द्रविड़ को सपोर्ट करते हुए नजर आ रहे हैं। वीरेंद्र सहवाग का कहना है कि राहुल द्रविड़ एक शानदार कोच है।

राहुल द्रविड़ को लेकर वीरेंद्र सहवाग ने कही यह बात

वीरेंद्र सहवाग का कहना है कि राहुल द्रविड़ का काम टीम के प्रदर्शन को अच्छा बनाने के लिए पर्याप्त प्रैक्टिश सेशन और आवश्यक ब्रेक जैसे पहलुओं को निर्धारित करना है। वीरेंद्र सहवाग ने इंडिया टूडे पर बात करते हुए कहा, ‘हमारे टाइम के दौरान गैरी कस्टर्न ने हमें उस तरह से अभ्यास करने की अनुमति दी जैसा हम चाहते थे। वीरेंद्र सहवाग के लिए सचिन तेंदुलकर के बल्लेबाजी स्टाइल की नकल करना और काफी सारे गेंदों का सामना करना जरूरी नहीं है।’

वीरेंद्र सहवाग ने आगे कहा, ‘इसलिए इसे पहचानना भारतीय टीम मैनेजमेंट और स्टॉफ के लिए महत्वपूर्ण होगा। इसलिए किसे कितना अभ्यास करना चाहिए किसे ब्रेक की जरूरत है और मैं अपने खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ कैसे प्राप्त कर सकता हूं इन पहलुओं की पहचान करने में राहुल द्रविड़ की बड़ी भूमिका होगी।’

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खिलाड़ी अच्छा नहीं करते तभी कोच की आलोचना होती है- वीरेंद्र सहवाग

वहीं वीरेंद्र सहवाग का कहना है कि एक कोच की प्रतिष्ठता खिलाड़ियों के ऊपर ही निर्भर रहती है। वीरेंद्र सहवाग ने कहा, ‘एक बार जब कोई खिलाड़ी मैदान पर कदम रखता है तो कोच की प्रतिष्ठा खिलाड़ियों के हाथों में होती है। यदि खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो कोच की प्रशंसा की जाती है।’

‘अन्यथा कोच की आलोचना की जाती है। हमने WTC फाइनल में जगह बनाई लेकिन दो बार फाइनल में पहुंचने की उपलब्धि के बजाय हार पर ध्यान है। राहुल द्रविड़ एक महान कोच और खिलाड़ी रहे हैं। लेकिन दिन के अंत में वह जाकर नहीं खेल सकते। अगर खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करेंगे तो द्रविड़ की तारीफ होगी।’

 

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