रिद्धिमान साहा ने राहुल द्रविड़ से बातचीत का खुलासा किया तो आकाश चोपड़ा ने यह कहकर कोच का समर्थन किया - क्रिकट्रैकर हिंदी

रिद्धिमान साहा ने राहुल द्रविड़ से बातचीत का खुलासा किया तो आकाश चोपड़ा ने यह कहकर कोच का समर्थन किया

श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए नहीं चुने जाने के बाद से लगातार चर्चा में बने हुए हैं, विकेटकीपर रिद्धिमान साहा।

Wriddhiman Saha And Rahul Dravid
Wriddhiman Saha And Rahul Dravid

भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा पिछले कुछ दिनों में अच्छे दौर से नहीं गुजर रहे हैं। 19 फरवरी को श्रीलंका के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज के लिए BCCI ने टीम का एलान किया जिसमें साहा का नाम नहीं शामिल था। उसके बाद साहा ने मुख्य कोच राहुल द्रविड़ से हुई बातचीत का खुलासा किया और अब यहां भी इस खिलाड़ी को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।

रिद्धिमान साहा ने हाल ही में खुलासा किया था कि साउथ अफ्रीका के खिलाफ टीम इंडिया की हार के बाद कोच राहुल द्रविड़ ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने पर विचार करने को कहा। 37 वर्षीय विकेटकीपर के अनुसार कोच ने उन्हें यह भी बताया कि वह अब कि वह अब टीम प्रबंधन और चयनकर्ताओं की योजना में नहीं है और वह अपने करियर की योजना पर फैसला कर सकते हैं।

साहा के इस खुलासे के बाद मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने 20 फरवरी को अपने तीखे बयान में इस पूरे मुद्दे को लेकर कहा कि वह साहा के सार्वजानिक रूप से अपनी निजी बातचीत का खुलासा करने से बिल्कुल भी आहत नहीं हैं। द्रविड़ ने कहा कि विकेटकीपर बल्लेबाज को लेकर उनके मन में गहरा सम्मान है। उन्होंने बताया उनके इस संदेश का मकसद सिर्फ स्पष्टता प्रदान करना था जिसके वह हकदार हैं।

“राहुल द्रविड़ बिलकुल ईमानदार थे”- आकाश चोपड़ा

पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर साझा किये एक वीडियो में मुख्य कोच राहुल द्रविड़ का समर्थन करते हुए कहा कि ” यह प्रस्तुत किया गया कि पहले राहुल द्रविड़ ने साहा को संन्यास लेने को कहा उसके बाद रिद्धि ने उनको मना कर दिया कि वह नहीं जा रहे हैं। यह उनकी इच्छा है कि उन्हें कब संन्यास लेना है। पहली बात ऐसा नहीं है। राहुल द्रविड़ बिल्कुल ईमानदार थे।”

आकाश चोपड़ा ने आगे कहा खुद को भारतीय टीम से ड्राप किए जाने के किस्से के बारे में बताया जिस समय राहुल द्रविड़ टीम के कप्तान थे, जिसमें उन्होंने कहा कि “सच कहूं तो, जिस दिन मुझे टीम से बाहर किया गया था उस दौरान राहुल द्रविड़ कप्तान थे। उन्होंने मुझे और पार्थिव दोनों को अलग-अलग बुलाया और कहा कि हम चीजों की योजना में हैं। हमें अगले मैच के लिए नहीं चुना गया है लेकिन यह अंत नहीं है। द्रविड़ को ऐसा करने की जरूरत नहीं थी, वह सौरव गांगुली की गैरमौजूदगी में स्टैंड-इन कप्तान थे। लेकिन फिर भी उसने फोन उठाया और फोन किया।”

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