मैच फिक्सिंग को लेकर रमीज राजा ने वसीम अकरम और वकार यूनुस को लिया लपेटे में!
रमीज राजा ने कहा कि वह कभी भी मैच फिक्सिंग में शामिल खिलाड़ियों को पाकिस्तान क्रिकेट टीम में वापसी का मौका नहीं देते।
अद्यतन - दिसम्बर 31, 2022 3:34 अपराह्न
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष का पद छीन जाने के बाद रमीज राजा बुरी तरह से बौखलाए हुए हैं। उन्होंने पीसीबी, नए प्रमुख नजम सेठी, बीसीसीआई और जय शाह के खिलाफ उटपटांग बयान देने के अब पाकिस्तान के गेंदबाजी दिग्गज वसीम अकरम और वकार यूनुस को अपना शिकार बनाया है।
रमीज राजा ने मैच फिक्सिंग पर न्यायमूर्ति कय्यूम की रिपोर्ट को दोबारा उजागर करते हुए कहा कि अगर फैसला लेना उनके हाथ में होता, तो वह वसीम अकरम और वकार यूनुस को दोबारा कभी भी पाकिस्तान क्रिकेट टीम में लौटने का मौका नहीं देते। आपको बता दें, पाकिस्तान के महान तेज गेंदबाजों का नाम मैच फिक्सिंग पर न्यायमूर्ति कय्यूम की रिपोर्ट में कई बार आया, लेकिन उनसे अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका नहीं छिना गया।
मैच फिक्सिंग में शामिल खिलाड़ियों को बर्दाश्त करने के बिल्कुल भी पक्ष में नहीं हैं रमीज राजा
वसीम अकरम पर जुर्माना लगाया गया और उन्हें कप्तानी से भी हटा दिया गया, लेकिन वह टीम का अहम हिस्सा बने रहे। इस बीच, साल 2010 में मैच फिक्सिंग में शामिल होने वाले सलमान बट, मोहम्मद आमिर और मोहम्मद आसिफ का जिक्र करते हुए, राजा ने कहा कि वह कभी भी उनमें से किसी को भी पाकिस्तान टीम में वापसी करने का मौका नहीं देते।
रमीज रजा ने समा टीवी पर कहा: ‘मुझे लगता है कि किसी को भी पाकिस्तान क्रिकेट में वापसी का मौका नहीं मिलना चाहिए था। उस रिपोर्ट में वसीम अकरम का नाम था, और उसे सहयोग न करने के लिए सेंसर भी किया गया था। यह बहुत करीबी मामला था, और यदि उस समय मुझे निर्णय लेना होता, तो मैं उन दोनों पर लाइफटाइम बैन लगा देता। लेकिन आप उन्हें फिर से टीम में वापस लाए। हमें उनके साथ खेलने और उनके साथ काम करने के लिए कहा गया और हमें वही करना पड़ा।
उस समय कोई नहीं जानता था कि इससे कैसे निपटा जाए, बहुत सारे लोग उसमें शामिल थे। पता नहीं क्या मजबूरी थी। जो भी मैच फिक्सिंग में शामिल है, मैं उसके लिए जीरो टॉलरेंस रखता हूं। मैं इसे लेकर बिल्कुल स्पष्ट हूं। लोग कहते हैं कि उन्हें सजा मिल गई है, आगे बढ़ो। लेकिन मेरे लिए ये संभव नहीं हैं।’