रणजी ट्रॉफी 2021-22: बड़ौदा के क्रिकेटर ने अपनी बेटी को खोने के कुछ ही दिनों बाद जड़ा शानदार शतक और बटोरी तारीफे - क्रिकट्रैकर हिंदी

रणजी ट्रॉफी 2021-22: बड़ौदा के क्रिकेटर ने अपनी बेटी को खोने के कुछ ही दिनों बाद जड़ा शानदार शतक और बटोरी तारीफे

विष्णु सोलंकी नंबर पांच पर बल्लेबाजी करने उतरे और 161 गेंदों पर नाबाद 103 रन बनाए।

Vishnu Solanki. (Photo Source: Twitter)
Vishnu Solanki. (Photo Source: Twitter)

 

बड़ौदा के बल्लेबाज विष्णु सोलंकी ने 25 फरवरी को जारी रणजी ट्रॉफी 2021-22 के एक मुकाबले में चंडीगढ़ के खिलाफ शानदार शतक जड़ा हैं, जिसके बाद वह सुर्खियों में बने हुए हैं। दरअसल, कुछ दिनों पहले ही विष्णु सोलंकी ने अपनी नवजात बच्ची को खो दिया था, जिसके बावजूद वह अपने निजी दुख को पीछे छोड़ बड़ौदा टीम में शामिल हुए और मैदान में कमाल भी दिखाया।

भुवनेश्वर में जारी रणजी ट्रॉफी 2021-22 के एलीट ग्रुप बी (राउंड 2) के मुकाबले खेले जा रहे हैं, जहां विष्णु सोलंकी ने अपनी पहली पारी में 103 रन बनाए। उनकी इस शानदार पारी के बदौलत बड़ौदा ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक सात विकेट पर 398 रन बनाकर चंडीगढ़ के खिलाफ 230 रनों की बढ़त हासिल कर ली हैं। विष्णु सोलंकी नंबर पांच पर बल्लेबाजी करने उतरे और 161 गेंदों पर नाबाद 103 रन बनाए।

विष्णु सोलंकी हाल ही पिता बने थे

उन्होंने इस शानदार पारी के दौरान 12 चौके लगाए, और साथ ही सलामी बल्लेबाज ज्योतनिल सिंह के साथ 96 रन भी जोड़े। अपनी बेटी को खो देने के बाद विषम परिस्थितियों से लड़कर मैदान में उतरना और इस प्रकार का शानदार बल्लेबाजी का परिचय देना काबिले तारीफ हैं।

सौराष्ट्र के विकेटकीपर बल्लेबाज शेल्डन जेक्सन ने विष्णु सोलंकी के जज्बे की तारीफ की है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा: “क्या खिलाड़ी है। जितना मैं जानता हूँ, वह अब तक का सबसे कठोर खिलाड़ी होना चाहिए। विष्णु और उनके परिवार को बड़ा सलाम, यह किसी भी तरह से आसान नहीं है।”

इस बीच बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन (BCA) के CEO शिशिर हट्टंगड़ी ने भी विष्णु सोलंकी के प्रदर्शन की तारीफ की है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा: “यह एक ऐसे खिलाड़ी की कहानी है जिसने कुछ ही दिनों पहले अपनी नवजात बेटी को खो दिया। उन्होंने दाह संस्कार किया और फिर अपनी टीम में वापस आ गए जहां उन्होंने शतक लगाया। उनका नाम सोशल मीडिया पर भले ही बहुत ज्यादा चर्चित ना हो, लेकिन विष्णु सोलंकी मेरे लिए एक असली जिंदगी के हीरो है, एक प्रेरणा है।”

 

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, बड़ोदा के बल्लेबाज हाल ही में 11 फरवरी को पिता बने थे और उनके घर में खुशियों का माहौल था, लेकिन यह खुशियां ज्यादा दिनों तक नहीं टिक पाई, क्योंकि 24 घंटे के अंदर ही क्रिकेटर को पता चला कि उनकी बेटी दुनिया में नहीं रही। जिसके बाद विष्णु सोलंकी ने भुवनेश्वर से दाह संस्कार में भाग लेने के लिए बड़ोदरा की उड़ान भरी। हालांकि, वह 3 दिनों के भीतर ही भुवनेश्वर वापस आ गए और रणजी ट्रॉफी 2021-22 के लिए टीम से दोबारा जुड़ गए।

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