आर अश्विन ने विदेशी लीग में भारतीय खिलाड़ियों के न खेलने को लेकर राहुल द्रविड़ के बयान का किया समर्थन
राहुल द्रविड़ का मानना है कि विदेशी फ्रेंचाइजी लीग भारत के घेरलू क्रिकेट सत्र से टकराती है इसलिए खिलाड़ियों को उन टूर्नामेंटों में भाग लेने के लिए नहीं भेजा जा सकता है।
अद्यतन - नवम्बर 26, 2022 6:30 अपराह्न
भारतीय टीम के अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ के उस बयान का समर्थन किया है जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर भारतीय खिलाड़ी विदेशी लीग्स में भाग लेते हैं तो भारत का घरेलू क्रिकेट खतरे में पड़ सकता है। साथ ही उन्होंने कहा था कि भारत का घरेलू क्रिकेट विदेशी लीगों से टकराता है।
बात दें कि द्रविड़ ने यह बयान टीम इंडिया के टी-20 विश्व कप 2022 में हार के बाद दिया था, जब उनसे एक पत्रकार ने पूछा था कि क्या बीसीसीआई भारतीय खिलाड़ियों को विदेशी लीग्स में खेलने देगी या नहीं। तो इस पर द्रविड़ ने कहा था कि इस पर बीसीसीआई फैसला लेगा और कहा था कि अगर ऐसा होता है तो भारत का घरेलू क्रिकेट खतरे में पड़ सकता है।
और अब हेड कोच राहुल द्रविड़ की इस बात का समर्थन करते हुए आर आश्विन ने बड़ा बयान दिया है। आश्विन का मानना है कि दरअसल उन्होंने इस सवाल का बहुत ही अच्छा जवाब दिया।
इस तरह का प्रश्न एक टीम के कोच से पूछना गलत है- अश्विन
बता दें कि अपने यूट्यूब चैनल पर कोच राहुल द्रविड़ के उस बयान का समर्थन करते हुए आश्विन ने काफी कुछ कहा है। आश्विन ने कहा कि टी-20 विश्व कप में जैसे ही हमारा खेल (इंग्लैंड के खिलाफ) खत्म हुआ, उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल भाई से इस बारे में पूछा।
अश्विन ने कहा कि आप एक मैच हारने के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में गेम हारने की प्रतिक्रिया के रूप में ऐसे सवाल नहीं पूछ सकते। यह एक क्रिकेट टीम के कोच के लिए एक बहुत ही गलत सवाल है।
इसके अलावा आश्विन ने कहा कि हमें यह समझना चाहिए कि भारत के घरेलू टूर्नामेंट अगस्त के अंत से या सितंबर से शुरू होकर मार्च तक चलते हैं। मार्च के अंत तक रणजी ट्रॉफी का फाइनल खत्म हो जाएगा और रणजी ट्रॉफी खत्म होते ही आईपीएल होगा।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए आश्विन ने कहा कि अगर हम अपना प्रथम श्रेणी क्रिकेट नहीं खेलते हैं, तो हमारे खिलाड़ियों का सैंपल साइज कम हो जाएगा। राहुल भाई ने ऐसा ही कुछ सोचकर खूबसूरती से जवाब दिया। यह एक दिलचस्प और बहस का विषय है। वहीं आश्विन ने कहा कि कई विदेशी खिलाड़ी भारत से बेहतर बनकर लौटे हैं।