इंग्लैंड को इस वजह से भारत में टेस्ट सीरीज में मिली थी 4-1 से हार, Ravichandran Ashwin ने बताई बड़ी वजह
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में अश्विन ने कुल 26 विकेट झटके थे।
अद्यतन - मार्च 15, 2024 12:31 अपराह्न
हाल में ही भारत और इंग्लैंड (IND vs ENG) के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज देखने को मिली थी। हालांकि, इंग्लैंड ने हैदराबाद में हुए पहले टेस्ट मैच में जीत हासिल की थी, लेकिन इसके बाद रोहित शर्मा की अगुवाई में भारतीय टीम ने शानदार वापसी करते हुए सीरीज को 4-1 से अपने नाम किया था।
टेस्ट क्रिकेट में ‘बैजबाॅल’ नाम का आक्रामक क्रिकेट खेलने वाली इंग्लैंड को इस तरह का क्रिकेट खेलकर साउथ अफ्रीका, पाकिस्तान और कुछ हद तक ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों के खिलाफ बेहतर परिणाम मिले थे। लेकिन इंग्लैंड का बैजबाॅल क्रिकेट भारत में काम नहीं किया।
दूसरी ओर, अब इंग्लैंड की भारत में इस करारी हार को लेकर भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी स्पिनर रविंचद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने बड़ा बयान दिया है। अश्विन ने बताया है कि इंग्लैंड से इस सीरीज के दौरान कहां पर गलती हुई।
रविचंद्रन अश्विन ने बताई बड़ी वजह
भारत के खिलाफ इंग्लैंड की टेस्ट सीरीज में 4-1 से हार को लेकर रविचंद्रन अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से कहा- टेस्ट क्रिकेट रनवे पर हवाई जहाज की तरह नहीं खेला जा सकता है। जब तक हम टेक ऑफ नहीं कर लेते, तब तक हम पैडल पर पैर रखकर स्पीड नहीं बढ़ा सकते हैं। जब मैं इसके बारे में सोचता हूं तो मैं इसे इंग्लैंड में वे किस तरह से गाड़ी चलाते हैं उससे जोड़कर देखता हूं।
इंग्लैंड में ड्राइविंग आनंददायक है। बीच में कोई नहीं आता है और आप एक ही लेन में गाड़ी चलाना जारी रख सकते हैं। हम लेफ्ट से ओवरटेक नहीं कर सकते हैं। लेकिन जब कोई चीज अचानक से बीच में आ जाती है तो उनका एक्सीडेंट हो जाता है। मुझे लगता है कि अगर वे हमें भारत में ड्राइव करते हुए देखेंगे तो वे बहुत ही ज्यादा भ्रमित हो जायेंगे।
आप भारत में हमेशा गाड़ी एक स्पीड में नहीं चला सकते हैं। हम हमेशा गियर बदलते रहते हैं और एक पैर हमेशा ब्रेक पर रखते हैं। यह ड्राइविंग उनके लिए अलग है। सीरीज के लिए क्राॅली (जैक क्राॅली) को हमेशा स्टार्ट मिला, लेकिन वह इस जारी नहीं रख पाया। बैजबाॅल विरोधी टीम पर दबाव ट्रांसफर करने के बारे में है। लेकिन अगर दबाव ट्रांसफर नहीं हो पाता है तो खेल जारी है। सीरीज में उनके पास बड़ा मौका था।