“प्लीज कोई तो हमें बचा लो”- KKR vs PBKS मैच के बाद आर अश्विन का ये पोस्ट हो रहा है काफी वायरल
पंजाब किंग्स ने 262 रनों के लक्ष्य को आठ गेंदें शेष रहते हासिल कर लिया।
अद्यतन - Apr 27, 2024 11:10 am

IPL (इंडियन प्रीमियर लीग) 2024 में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) और पंजाब किंग्स के बीच हालिया मुकाबले में काफी कुछ देखने को मिला। शुक्रवार, 26 अप्रैल को कोलकाता के ईडन गार्डन्स में टूर्नामेंट के 42वें मैच में दोनों टीमों के बीच आमना-सामना हुआ। इस मैच में दोनों टीमों ने कुल मिलाकर 523 रन बनाए। साथ ही में इस मैच में कई और रिकार्ड्स भी टूटे।
कोलकाता ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए सीजन में दूसरी बार 250 रन का आंकड़ा पार किया और 261 रन बोर्ड पर लगाए। जब पहली पारी का खेल समाप्त हुआ तब हर किसी का मानना था कि KKR इस मैच को आसानी से अपना नाम लेगी। लेकिन जब पंजाब किंग्स के बल्लेबाज आए तो उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से यह बताया कि, इस पहाड़ जैसे स्कोर का पीछा मुश्किल था, मगर नामुमकिन नहीं।
गेंदबाजों को लेकर आर अश्विन ने शेयर किया ये पोस्ट
पंजाब ने 263 रनों के इस पहाड़ जैसे लक्ष्य को 8 विकेट और इतनी ही गेंदें शेष रहते हासिल कर हर किसी को हैरान कर दिया। यह आईपीएल ही नहीं बल्कि टी20 क्रिकेट के इतिहास की सबसे बड़ी रन चेज है। इस मैच के बाद भारतीय स्पिनर आर अश्विन ने गेंदबाजों को बचाने की अपील की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर कुछ ऐसा पोस्ट किया जो इस वक्त काफी तेजी से वायरल हो रहा है।
कोलकाता नाइट राइडर्स बनाम पंजाब किंग्स मुकाबले के बाद आर अश्विन ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि, ‘कोई तो गेंदबाजों को बचा लो…प्लीज’ वहीं, अश्विन के इस पोस्ट पर युजवेंद्र चहल ने कमेंट किया जो इस समय काफी सुर्खियां बटोर रहा है। युजी ने एक जिफ शेयर किया जिसमें लिखा है, ‘सब भगवान जी के हवाले है।’
“Save the bowlers” someone plsss
🆘🆘🆘 #KKRvsPBKS #IPL2024— Ashwin 🇮🇳 (@ashwinravi99) April 26, 2024
आपको बता दें कि, गेंदबाजों की दुर्गती का पता इसी से लगाया जा सकता है कि, इस सीजन 1-2 बार नहीं बल्कि 7 बार 250 रन का आंकड़ा पार हो चुका है। इससे आप गेंदबाजों की दुर्गती का अंदाजा लगा सकते हैं। वहीं इस सीजन आईपीएल के इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर 287 भी सनराइजर्स हैदराबाद ने बनाया। एसआरएज ने इस सीजन सबसे अधिक 3 बार 250 रन का आंकड़ा पार किया, वहीं केकेआर ने 2 और आरसीबी व पीबीकेएस ने 1-1 बार ऐसा किया है।