विराट कोहली को वनडे फॉर्मेट की कप्तानी से हटाने के लिए पिछले 4 महीने से मौके की तलाश में थी BCCI
विराट कोहली को जिस समय से वनडे फॉर्मेट में कप्तानी से हटाया गया है, उसके बाद भारतीय क्रिकेट में काफी उथल-पुथल देखने को मिल रही है।
CricTracker जूनियर स्टाफ लेखिका
अद्यतन - दिसम्बर 19, 2021 4:48 अपराह्न
पिछले 1 महीने के अंदर भारतीय क्रिकेट में काफी कुछ घटनाए देखने को मिली हैं, जिसमें विराट कोहली के टी-20 वर्ल्ड कप के बाद इस फॉर्मेट में कप्तानी छोड़ने से वनडे से भी उन्हें कप्तानी के पद से हटाने का फैसला सबसे बड़ा साबित हुआ। जिसमें 8 दिसंबर को चयनकर्ताओं ने दक्षिण अफ्रीका दौरे पर टेस्ट सीरीज के लिए टीम का ऐलान करने के साथ लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट में विराट कोहली को टीम का नया कप्तान भी नियुक्त करने के अपने फैसले के बारे में सभी को जानकारी दी।
जिसके बाद लगातार यह खबरें सामने आने लगी कि कोहली इस फैसले के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं थे और वनडे में टीम की कप्तानी करना जारी रखना चाहते थे। जिसके बाद अफ्रीका दौरे पर रवाना होने से पहले आयोजित हुई प्रेस वार्ता के दौरान जब कोहली ने सभी सवालों का जवाब खुलकर दिया तो इससे साफतौर पर BCCI और कोहली के बीच अनबन का मौहाल देखने को मिला।
वहीं कोहली से पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने अपने एक बयान में यह कहा था कि उन्होंने कोहली से टी-20 फॉर्मेट में कप्तानी छोड़ने से मना किया था जिसको लेकर कोहली से जब प्रेस वार्ता में इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने ऐसे किसी भी बात से साफतौर पर इंकार कर दिया और इससे यह मुद्दा और भी अधिक उस समय सुर्खियों में चल रहा है।
जबकि कोहली ने अपने जवाब में बताया कि, 8 दिसंबर को हुई मीटिंग को लेकर मुझे सिर्फ 90 मिनट पहले इसकी जानकारी दी। वहीं टी-20 फॉर्मेट में मेरे कप्तानी छोड़ने के फैसले को लेकर किसी ने मुझसे ना उससे पहले ना ही उसके बाद इसको लेकर बात की जिसके बाद मेरी सीधे सभी से अफ्रीका दौरे को लेकर टेस्ट टीम के चयन के दौरान हुई मीटिंग में मुलाकात हुई थी।
जिसमें मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा ने मुझसे टेस्ट टीम को लेकर चर्चा की और हम दोनों ही कई चीजों पर राजी थे, लेकिन इस मीटिंग के खत्म होने से कुछ समय पहले मुझे बताया गया कि मुझे वनडे की कप्तानी से हटा दिया गया। जिसको लेकर मैने सिर्फ कहा कि ठीक है।
बोर्ड पिछले काफी समय से इसकी राह देख रहा था
विराट कोहली के इस बयान के बाद से BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली को लेकर उनके दिए बयान पर चारो तरफ से सवाल खड़े किए जाने लगे। जिसमें गांगुली ने 9 दिसंबर को कहा था कि उन्होंने कोहली से टी-20 में कप्तानी छोड़ने से मना किया था। क्योंकि चयनकर्ताओं के लिए लिमिटेड ओवर्स फॉर्मेट में अलग-अलग कप्तान सही नहीं लग रहा था।
इसके अलावा अब यह भी खबर सामने निकलकर आ रही कि BCCI पिछले 4 से 5 महीनों से विराट कोहली को वनडे फॉर्मेट की कप्तानी से हटाने के लिए लगातार मौके की तलाश कर रही थी। जिसमें वह आखिरकार कोहली के टी-20 फॉर्मेट में कप्तानी छोड़ने के फैसले के बाद करने में कामयाब रही।